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बर्फबारी के बाद बिगड़े हालातों के लिए जयराम सरकार दोषी: CPIM
Last Updated on January 12, 2020 by Deepak
शिमला। प्रदेश में बर्फबारी के पांच दिन बाद भी व्यवस्था ना सुधरने और लोगों को आ रही परेशानी पर माकपा की प्रदेश राज्य कमेटी ने चिंता व्यक्त की है और जयराम सरकार को इसके लिए दोषी ठहराया है। सीपीआईएम का कहना है कि प्रदेश सरकार व प्रशासन बर्फबारी से निपटने में पुरी तरह असफल रहा है। प्रदेश भर में इस बर्फबारी से सैंकड़ों सड़कों पर यातायात प्रभावित हुआ। प्रदेश के अधिकांश हिस्सों मे बर्फबारी के बाद से ही बिजली व पानी की आपूर्ति ठप्प पड़ी है। स्वास्थ्य सेवाएं पुरी तरह हांफ चुकी हैं। सीपीआईएम का मानना है कि प्रदेश में सभी विभागों में चल रही कर्मचारियों की कमी के कारण लोगों को पांच दिन बाद भी समस्याओं से जुझना पड़ रहा है।
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पार्टी का मानना है कि प्रदेश सरकार जनसुविधाओं को बहाल करने के बजाय मात्र ब्यानबाजी कर रही है। प्रदेश की इस मौजूदा स्थिति को देखकर सीएम व मंत्रियों को जनसेवाओं को बहाल करने के प्रयास करने चाहिए लेकिन सीएम व मंत्री नागरिकता संशोधन कानून के प्रचार में व्यस्त हैं। पूर्व में दी गई मौसम विभाग की चेतावनी के बाद भी प्रदेश सरकार इससे निपटने की तैयारी नहीं कर पाई। सीपीआईएम ने राज्य सरकार व प्रशासन से मांग की है कि जल्द से जल्द जनसेवाओं को बहाल किया जाए। उन्होंने चेतावनी दी है कि सीपीआईएम आगामी बजट सत्र के दौरान विधानसभा के बाहर राज्य व्यापी विरोध प्रदर्शन करेगी।