-
Advertisement
आदेशों को वापस लेने के लिए CM Jairam से मिलेंगी क्रशर एसोसिएशन
Last Updated on March 14, 2020 by Deepak
ऊना। पहली मार्च से शुरू हुई क्रशर व ओपन सेल लीज होल्डर (Crusher and open sale lease holder) की हड़ताल लगातार जारी है। अपनी मांगों को लेकर क्रशर एसोसिएशन (Crushers Association) 15 मार्च को पांवटा साहिब में सीएम जयराम (CM Jairam) से मिलेंगे और उनसे जारी किए गए आदेशों को वापस लेने की गुहार लगाई जाएगी। यह निर्णय क्रशर एसोएिशन व ओपन सेल लीज जिला ऊना ने शनिवार को ऊना मुख्यालय पर आयोजित हुई बैठक के दौरान लिया। बैठक की अध्यक्षता हिमाचल क्रशर एसोसिएशन के वाईस चेयरमैन डिपंल ठाकुर ने की, जिसमें ओपन सेल लीज होल्डर ने भी बढ़चढ़ कर लिया। बैठक में निर्णय लिया गया कि सीएम जयराम से मिलकर भी अपनी समस्या के हल की मांग उठाई जाएगी। अगर तब भी हमारी मांगों की अनदेखी होती है, तो क्रशर की चाबियां जिला प्रशासन को सौंप दिया जाएगी और हमें मजबूर होकर न केवल धरना प्रदर्शन करना पड़ेगा, बल्कि सड़कों पर उतरना पड़ेगा।
यह भी पढ़ें: Big Breaking: कोरोना का खौफ- हिमाचल में 31 मार्च तक बंद रहेंगे सभी शिक्षण संस्थान
क्रशर एसोसिएशन के वाईस चेयरमैन डिपंल ठाकुर ने कहा कि अपनी मांगों को लेकर क्रशर एसोसिएशन व ओपन सेल लीज होल्डरों की हड़ताल जारी है। उन्होंने कहा कि 15 मार्च कोसीएम जयराम से मिलने के लिए क्रशर एसोसिएशन व ओपन सेल लीज होल्डर ऊना से पांवटा साहिब जाएंगे। जहां पर अपनी समस्याओं को लेकर अवगत करवाया जाएगा। डिंपल ने कहा कि ये केवल हमारी समस्या न होकर आमजन की भी समस्या है। आम जनता हड़ताल से परेशान हो रही है। हड़ताल के चलते प्रदेश के छह जिलों में हाहाकार मचा हुआ है। उन्होंने कहा कि रेत की ट्राली महंगी हो गई है। हालत यह है कि रेत अब चोरी होने लग पड़ा है।
डिपंल ने कहा कि हिमाचल ऐसा देशभर में ऐसा राज्य है, जहां पर ईआईए और माइनिंग प्लान के तहत खनन हो रहा है। उन्होंने कहा कि क्रशर मालिक के साथ-साथ ओपन सेल लीज होल्डर भी काफी परेशान है, जिनका डंप एक किलोमीटर के दायरे में कर दिया गया है। ओपन सेल लीज होल्डर के दायरे को भी हटाकर माईनिंग ऑफिसर को पॉवर देनी चाहिए, जहां पर असानी से रेत का डंप लगाया जा सके। डिपंल ने कहा कि मामले की आवाज सीएम जयराम ठाकुर के सामने उठाएंगे। अगर फिर भी हमारी समस्या का हल नहीं निकलता, क्रशर व गाडिय़ों की चाबियां डीसी को सौंप देंगे, ताकि क्रशर का संचालन प्रदेश सरकार चला लें। डिपंल ठाकुर ने कहा कि ऐसे हालत में हमें मजबूर धरना प्रदर्शन पर बैठ जाएंगे और सड़कों पर उतरकर प्रदर्शन किया जाएगा।