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अच्छे जीवन की कामना सभी करते है। धन, शिक्षा, संतान, सम्मान, पद और प्रतिष्ठा कौन नहीं चाहता।लेकिन सभी एक साथ सभी को प्राप्त नहीं हो पाती। इन सब की प्राप्ति के लिए व्यक्ति क्या नहीं करता।कुछ विशेष रत्न ओर मणियों से शुभ एवं लाभदायक परिणाम प्राप्त किए हैं। उनमें से सबसे दुर्लभ और सुलभ मणि है-मच्छ मणि। आज हम आपको मच्छ मणि (अत्यंत दुर्लभ मणि) के बारे में जानकारी दे रहे हैं। मच्छ मणि रत्न एक प्राचीन रत्न है लेकिन जन सामान्य को अधिक जानकारी न होने के कारण यह प्रचलन में नहीं आ सका। मच्छ मणि कोई साधारण मणि नहीं है, यह बड़ी ही दुर्लभ मणि है। इसे धारण करने वाला व्यक्ति सभी प्रकार के कामकाज तनाव से बाहर आकर खुशहाल जीवन व्यतीत करता है। राहु ग्रह बाधा निवारण के लिए यह प्रभावी, अद्भुत और अचूक मणि है। मछमणि कलयुग में राहु की दशा के बुरे प्रभावों और लोगों को बीमारियों से बचाने के काम आएगी।मणि किसी भी जीव में ऑक्सलेट, कैल्शियम आदि तत्वों क़ी प्रकिया से बनती है। जैसे सर्प के मस्तक मे सर्प मणि, हाथी के मस्तक मे गज मणि, इंसान के शरीर मे स्टोन व मछली के मस्तक मे मच्छ मणि। मच्छ मणि का प्रभाव कुछ ही सेकंडों मे औरा स्कैनर से मापा जाता है।कहते है कि यह मणि श्रीलंका के समुद्र में बहुत घहरे पानी में रहने वाली मछली के पेट मे बनती है। पूणिमा के रात्रि को यह मछली समुद्र के तट पर तैरती है, मछुआरे मछली को टोकरी में पकड़ते है, अपने अनुभव से ऊनको पता चल जाता है कि कौन सी मछली के पेट में मणि है, पेट को दबाते ही मछली मणि ऊगल देति है और वे मछली को पानी में छोड़ देते है। मछली राहु गृह कारक व कुछ मछली के मस्तक मे मच्छ मणि होती है। जिसे वह अपने मरने से कुछ देर पहले उगल देती है।इसे धारण करने वाला व्यक्ति सभी प्रकार के कामकाज तनाव से बाहर आकर एक खुशहाल जीवन व्यतीत करता है। राहु ग्रह बाधा निवारण के लिए यह अचूक मणि है।
पंडित दयानंद शास्त्री, उज्जैन (म.प्र.) (ज्योतिष-वास्तु सलाहगाड़ी) 09669290067, 09039390067
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