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Dalai Lama ने समझाया, Corona महामारी एक मानव समस्या-मनुष्य को खोजना होगा समाधान
Last Updated on May 17, 2020 by Vishal Rana
धर्मशाला। तिब्बतियों के सर्वोच्च धर्मगुरु दलाईलामा (Dalai Lama) ने रविवार को दो दिवसीय शिक्षाओं का समापन किया। मैक्लोडगंज स्थित दलाई लामा के अस्थायी निवास स्थान से ऑनलाइन वर्चुअल शिक्षा (Online virtual education) माध्यम से दलाई लामा ने समझाया कि कोरोना वायरस (Coronavirus) महामारी एक मानव समस्या है और केवल मनुष्यों को इसका समाधान खोजना होगा। दुनिया भर से हजारों अनुयायियों ने लाइव स्ट्रीमिंग (Live streaming) के माध्यम से उनकी शिक्षाओं में भाग लिया। दो दिनों के सत्रों में दलाई लामा ने नागार्जुन के रत्नावली ग्रन्थ की विवेचना करते हुए अपने जीवन की प्राथमिक प्रतिबद्धताओं को दोहराया, जिनमें मानवीय मूल्यों का प्रचार, धार्मिक सद्भाव और संरक्षण तिब्बती भाषा, संस्कृति और इसके पर्यावरण को बढ़ावा देना है।
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शिक्षण के दूसरे दिन दलाई लामा ने कहा कि खुद की जान गंवाने के जोखिमों का सामना करने के बावजूद कोरोन वॉरियर्स (Coron Warriors) विशेष रूप से डॉक्टर और नर्सिंग सहित स्वास्थ्य कार्यकर्ता हमारे जीवन को बचाने के लिए समर्पित हैं। उन्होंने जोर देकर कहा कि वह इन योद्धाओं को धन्यवाद देना चाहते हैं और अपना समर्पण जारी रखने का आग्रह करते हैं। हालांकि लोगों को उम्मीद नहीं खोनी चाहिए। यह महामारी एक मानवीय समस्या है और केवल हम मनुष्यों को ही खुद को बचाना है। उन्होंने आगे कहा कि केवल धार्मिक दृष्टिकोण से प्रार्थना पर्याप्त नहीं है।
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दलाई लामा ने कहा कि यह पहली बार है जब मैंने ऑनलाइन वर्चुअल शिक्षा के माध्यम से शिक्षायें दी हैं। मुझे उम्मीद है कि भविष्य में हम प्रश्नों को आमंत्रित करने और अधिक बातचीत करने में सक्षम हो सकते हैं। वर्तमान में हमें शारीरिक रूप से दूरी बनाए रखनी होगी, लेकिन इस माध्यम से हम एक साथ चर्चा कर सकते हैं। जैसा कि स्वास्थ्य प्रकोप का प्रसार धीमा नहीं हो रहा हैए भारत भी इस पर अंकुश लगाने के लिए राष्ट्रीय लॉकडाउन की मदद से कड़े कदम उठा रहा है।