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मंडी। गोहर उपमंडल के तहत आने वाले दसोट गांव में गुग्गा जाहर पीर को माथा टेकने पर दलित पिटाई मामले में आखिरकार पुलिस ने एससी-एसटी एक्ट के तहत मामला दर्ज कर लिया है। बता दें कि जालपू राम के साथ मारपीट की घटना को लेकर गोहर थाना पुलिस ने मामला तो दर्ज कर लिया था, लेकिन जाति आधार पर हुई छुआछूत को लेकर कोई संज्ञान नहीं लिया था।
पीड़ित की शिकायत के बावजूद पुलिस ने एससी/एसटी एक्ट में मामला दर्ज करने के बजाय मामूली धाराएं लगाईं थी। पीड़ित परिवार पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल उठा रहे थे। ऐसे में जब यह मामला राइट एनजीओ के ध्यान में आया तो एनजीओ के सदस्य जालपू राम और उसके परिजनों सहित डीएसपी हेडक्वार्टर हितेश लखनपाल से मिले और उन्हें पूरी बात बताई। डीएसपी हितेश लखनपाल ने बताया कि उन्होंने एट्रोसिटी एक्ट के तहत अलग से एफआईआर दर्ज करके मामले की जांच पड़ताल शुरू कर दी है।
नांडी गांव का जालपु राम (60) अपनी बेटी के घर स्यांज के गांव रोसा से अपने ससुराल दसोट जा रहा था। रास्ते में एक घर के बरामदे में गुग्गा जाहर पीर रखा देखकर जालपु राम ने माथा टेका।दर्शन के बाद जब जालपु राम घर से बाहर आया तो घर के मालिक तिलक राज ने जालपु राम को गले से पकड़ लिया और 4-5 लोगों के साथ मिल कर उसकी पिटाई कर दी। जालपु राम को पीठ और कंधों पर गंभीर चोटें आई हैं। यही नहीं, तिलक राज ने जालपु को अछूत बताते हुए देवता को पवित्र करने के लिए बकरा देने की मांग की। जालपु राम ने डर से हामी भर दी। जालपु राम के बेटे हरी सिंह ने पुलिस थाना गोहर में फोन करके शिकायत दर्ज करवाई।
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