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Zirakpur से लौटे युवा दंपति ने पूरा किया क्वारंटाइन, सम्मानित करने पहुंचे DC-SP
Last Updated on May 15, 2020 by Vishal Rana
कुल्लू। कोरोना हॉट-स्पॉट जीरकपुर चंडीगढ़ से 15 दिन पहले अपने गृह क्षेत्र जिला कुल्लू (Kullu) के गांव पाहनाला पहुंचे एक युवा दंपति ने शुक्रवार को 14 दिन की क्वारंटाइन अवधि (Quarantine period) को सफलतापूर्वक पूरा कर लिया। क्वारंटाइन के सभी नियमों और प्रशासन के दिशा-निर्देशों की अक्षरशः अनुपालना करके एक मिसाल कायम करने वाले इस युवा दंपति के उत्साहवर्धन तथा प्रशासन की ओर से सम्मान पत्र भेंट करने के लिए डीसी (DC Kullu) डॉ. ऋचा वर्मा स्वयं एसपी गौरव सिंह के साथ राजकीय प्राथमिक पाठशाला पाहनाला स्थित क्वारंटाइन सेंटर (Quarantine Center) पहुंची। स्थानीय ग्राम पंचायत खडी़हार के प्रतिनिधियों की उपस्थिति में डीसी ने मानदास तथा उनकी पत्नी खीमा देवी को प्रशस्ति पत्र प्रदान किए।
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इस मौके पर मानदास और खीमा देवी की सराहना करते हुए डॉ. ऋचा वर्मा ने कहा कि इस युवा दंपति ने कुल्लू (Kullu) पहुंचने से पहले ही अपने आपको क्वारंटाइन करने के बारे में अधिकारियों तथा स्थानीय जन-प्रतिनिधियों से बात करनी शुरू कर दी थी। बजौरा में प्रवेश करने के उपरांत अन्य आगन्तुकों की तरह दंपति की भी कोविड-19 (Covid-19) सुरक्षा कवच में थर्मल स्क्रीनिंग की गई। साथ ही पुलिस द्वारा ट्रैवल हिस्ट्री (Travel History) को रिकॉर्ड किया गया। प्रारंभिक स्वास्थ्य जांच के उपरांत दंपति को संस्थागत क्वारंटाइन करने के लिए संबंधित ग्राम पंचायत के प्रधान को अवगत करवाया गया।
डीसी ने कहा कि ये देखकर प्रसन्नता हुई कि दंपति ने गांव से हटकर राजकीय प्राथमिक पाठशाला में क्वारंटाइन की अवधि को संतोषजनक ढंग से पूरा करके उन तमाम लोगों को एहतियात बरतने का संदेश दिया है, जो अभी क्वारंटाइन पर हैं। डीसी ने स्थानीय नगर निकायों व पंचायत प्रतिनिधियों से अपील की है कि वे बाहर से आए व्यक्तियों के क्वारंटाइन पर बारीकी से निगरानी रखें और क्वारंटाइन केंद्रों के आस-पास गांव के लोगों को ना जाने के लिए जागरुक करें।
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स्थानीय उपप्रधान मोती राम ने कहा कि युवा दंपति उनकी पंचायत से संबंध रखता है और इन्होंने ईमानदारी के साथ अपना क्वारंटाइन पूरा किया है। मानदास और खीमा देवी ने क्वारंटाइन केंद्र में ही अपने आप खाना बनाया और कभी भी क्वारंटाइन नियमों (Quarantine Rules) का उल्लंघन नहीं किया। समय-समय पर आशा तथा आंगनबाड़ी कार्यकर्ता व पंचायत के नुमाइदे इनका कुशल क्षेम पूछते रहे। अब चूंकि ये दोनों पूरी तरह स्वस्थ हैं और इनमें किसी प्रकार के लक्षण सामने नहीं आए हैं। इसलिए स्वाभाविक है कि अब ये दोनों अपने घर में परिवारजनों के बीच रह सकेंगे।
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