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शिमला। हिमाचल दंत चिकित्सा महाविद्यालय एवं अस्पताल शिमला की रोगी कल्याण समिति (RKS) की गवर्निंग बॉडी (Governing body) की बैठक आयोजित की गई। बैठक (Meeting) की अध्यक्षता शिक्षा, विधि एवं संसदीय कार्य मंत्री सुरेश भारद्वाज तथा स्वास्थ्य मंत्री विपिन सिंह परमार ने की।
स्वास्थ्य मंत्री विपिन सिंह परमार (Health Minister Vipin Singh Parmar) ने डेंटल कॉलेज शिमला (Dental College Shimla) के प्रशासन की लंबे समय से स्टाफ बस की मांग को भी स्वीकृति प्रदान की। उन्होंने आमजन को घरद्वार पर दंत उपचार की चिकित्सा सुविधा उपलब्ध करवाने के लिए एक डेंटल मोबाइल क्लीनिक (Dental Mobile Clinic) संचालित करने की भी स्वीकृति प्रदान की। इसके अलावा कंर्जवेटिव विभाग में एक माइनर ओटी एवं स्पेशल क्लीनिक की पुर्नस्थापना की भी स्वीकृति प्रदान की।
सुरेश भारद्वाज (Suresh Bhardwaj) ने बैठक के दौरान बताया कि वर्ष 2007 के बाद यह पहला अवसर है कि प्रदेश सरकार द्वारा डेंटल कॉलेज शिमला (Dental College Shimla) के लिए बजट में एक करोड़ रुपए की राशि मशीनरी तथा अन्य उपकरणों को खरीदने के लिए स्वीकृत की गई है।
यह राशि दंत चिकित्सा के लिए प्रयोग में लाई जाने वाली विविध प्रकार की सामग्री के क्रय करने पर खर्च की जाएगी, जिससे प्रदेश की जनता को गुणात्मक दंत चिकित्सा की सुविधाएं प्राप्त होंगी। इसके अतिरिक्त 50 लाख रुपए की अतिरिक्त राशि डेंटल मैटेरियल के लिए भी प्रदान की गई।
रोगी कल्याण समिति (RKS) की बैठक में वर्ष 2019-2020 के लिए चार करोड़ पांच लाख का बजट पारित किया। उन्होंने कहा कि दंत चिकित्सा महाविद्यालय शिमला में दो डेंटल इंप्लांट क्लीनिक, एक ओएमएसएस विभाग तथा एक पैरियो डेंटोलॉजी स्थापित की जाएगी। इस सुविधा के प्राप्त होने से प्रदेशभर के दंत रोगियों को और अधिक बेहतर दंत चिकित्सा एवं अन्य सुविधाएं प्राप्त होंगी।
बैठक से पूर्व स्वास्थ्य मंत्री झंझीड़ी में हुई स्कूल बस दुर्घटना के घायलों तथा परिजनों से मिले और उनका कुशलक्षेम पूछा। उन्होंने अस्पताल प्रशासन से उन्हें प्रदान की जा रही चिकित्सा सुविधाओं का जायजा लिया तथा उन्हें और बेहतर चिकित्सा सुविधा प्रदान करने के निर्देश दिए।
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