- Advertisement -
शिमला। सेब के सूखे पौधे बांटे जाने से पूर्व बागवानी मंत्री नरेंद्र बरागटा भड़क गए हैं। मंगलवार को दर्जनों बागवानों ने विभाग के निदेशालय के बाहर धरना-प्रदर्शन किया और प्रदेश सरकार के खिलाफ जमकर नारे लगाए। बरागटा का आरोप है कि सरकार और विभाग ने बागवानों से धोखा किया है और उन्हें वायरस वाले सेब के पौधे बांट दिए हैं। यहीं नहीं उनमें से अधिकतर पौधे सूख चुके हैं।
नरेंद्र बरागटा ने इटली से खरीदे गए वायरस वाले विदेशी पौधों को लेकर हाई पावर कमेटी से जांच की मांग की भी उठाई है। उन्होंने कहा कि 2 लाख 23 हज़ार पौधे आए हैं, जिसमें से 85 हज़ार पौधे सूख गए हैं और वह किसी काम के नहीं हैं। बरागटा ने कहा कि कांग्रेस सरकार गूंगी और बहरी हो चुकी है, जिसे लोगों की दिक्कतें दिखाई नहीं दे रही हैं। इसी के चलते पूर्व मंत्री ने बागवानी निदेशालय कार्यालय के बाहर धरना प्रदर्शन किया।
इस दौरान नवबहार चौक से विभाग के कार्यालय तक एक किसान रैली का आयोजन किया गया, जिसका मकसद बागवानों के साथ हो रही धोखाधड़ी के खिलाफ विरोध करना था। बरागटा ने आरोप लगाते हुए विभाग द्वारा किसानों को पिछले वर्ष बांटें गए सेब के पौधों में सरकार और अधिकारियों ने किसानों के साथ धोखा करते हुए वायरस वाले पौधे दिए हैं। उन्होंने कहा कि यह मात्र आरोप ही नहीं बल्कि विभाग के पास प्राप्त आंकड़ों और लैब की रिपोर्ट के हिसाब से तथ्यों पर आधारित सच्चाई है। उन्होंने कहा कि जो पौधे सरकार ने लोगों में बांटें हैं उसमें से अधिकतर सूखे हैं, इससे जहां सरकार को करोड़ों रुपए का नुकसान हुआ है, वहीं किसानों को भी भारी क्षति उठानी पड़ी है। बरागटा ने इस घटना और विदेशों से पौध आयात करने तथा बागवानों को खराब पौधे बांटने की जांच की मांग की है। उन्होंने कहा कि मात्र वर्ष 2016 में ही इसमें करीब 2 करोड़ 30 लाख रुपए का नुक्सान हुआ है और यह घोटालों का सिलसिला जारी है और इसमें लिप्त अधिकारियों को जांच करके तुरंत हटाया जाना चाहिए।
- Advertisement -