-
Advertisement
इस बार सीएम सुख आश्रय योजना से जगमगाएंगे निराश्रित बच्चों के चेहरे
शिमला। हिमाचल की सुख सरकार ने इस बार की दिवाली ‘चिल्ड्रन ऑफ द स्टेट’ (Children Of The State), यानी राज्य के निराश्रित बच्चों (Destitute Children) के लिए खास बना दी है। सीएम सुख आश्रय योजना से इन बच्चों को 500 रुपए का उत्सव भत्ता (Festival Allowance) दिया गया है। अब इस पैसे से बच्चों के लिए मिठाइयां, पटाखे आएंगे और बच्चों के चेहरे जगमगा उठेंगे।
लेकिन हिमाचल प्रदेश सरकार अब इन बच्चों की संरक्षक है। ऐसे में राज्य के बाल देखभाल संस्थानों (Child Care Institutions) में रह रहे इन बच्चों के चेहरों पर खुशी की रौनक को बरकरार रखने के लिए सरकार ने बच्चों के लिए दीपावली पर्व (Diwali Festival) पर उत्सव भत्ते के रूप में 5,27,000 रुपये जारी कर दिए हैं। इन संस्थानों को भी दीपावली के उपलक्ष्य पर 3,27,500 रुपये जारी किये गए हैं, ताकि वहां त्योहार से सम्बन्धी सभी तैयारियां समय पर सुनिश्चित की जा सकें। उन बाल देखभाल संस्थानों को, जिनमें बच्चों के रहने की क्षमता 25 या इससे कम हो, उन्हें 5,000 तथा 25 से अधिक की क्षमता वाले बाल देखभाल संस्थानों को 10,000 रूपए प्रदान किये गए हैं।
यह भी पढ़े: हिमाचल में ग्रीन दिवाली: बाजार में उतरे गोबर से बने दिए; कीमत महज 10 रुपए
दशहरे पर भी मिला था भत्ता
इससे पूर्व राज्य सरकार ने दशहरा उत्सव (Dussehra Festival) पर भी उत्सव भत्ते के रूप में इन बच्चों को 5,27,000 रुपये व बाल देखभाल संस्थानों को 3,27,500 रुपये जारी किये थे। इन त्योहारों पर सरकार द्वारा कुल 17,09,000 रुपये जारी किए गए हैं। प्रदेश सरकार 27 वर्ष तक के अनाथ बच्चों को 4,000 रुपये मासिक जेब खर्च, कोचिंग के लिए एक लाख, तीन बिस्वा भूमि और मकान निर्माण के लिए 3 लाख रुपये, विवाह के लिए दो लाख रुपये का अनुदान और सूक्ष्म व लघु उद्योग लगाने के लिए दो लाख रुपये का अनुदान प्रदान कर रही है।