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हिमाचल अभी अभी। महाशिवरात्रि का पर्व आज धूमधाम से मनाया जा रहा है। शिव मंदिरों में सुबह से ही श्रद्धालु कतारों में लग कर भगवान शिव (Lord Shiva) की पूजा-अर्चना कर रहे हैं। इस साल शिवरात्रि पर एक विशेष योग बना है जो साधना सिद्धि के लिए काफी अहम माना जाता है। यह शश योग है। इस मौके पर शनि और चंद्र मकर राशि में होगे। इसके साथ गुरु धनुराशि में, बुध कुंभ राशि में और शुक्र ग्रह मीन राशि में विराजमान होंगे। यही कारण है कि महाशिरात्रि (Mahashivratri) के अवसर पर श्रद्धालु विशेष पूजा अर्चना करने पहुंच रहे हैं।
महाशिवरात्रि के शुभ अवसर पर कांगड़ा पूरी तरह से भक्ति रस में डूबा रहा। महाशिवरात्रि पर शुक्रवार को जिलाभर के शिव मंदिर बाबा भोले के जयकारों से गूंज उठे। इंदौरा स्थित शिव मंदिर काठगढ़, बैजनाथ, कोटला के त्रिलोकपुर और धर्मशाला के अघंजर महादेव के दर को सजाया गया है। धर्मशाला के समीप खनियारा स्थित प्राचीन अघंजर महादेव में महाशिवरात्रि पर्व पर स्थानीय लोगों के साथ विदेशी श्रद्धालुओं की भी भारी भीड़ उमड़ी। श्रद्धालुओं की कतार में विदेशी पर्यटक महिलाएं भी शिव भक्ति में लीन दिखी। धर्मशाला के कचहरी अड्डा स्थित हनुमान मंदिर में विश्व शांति व् मानव कल्याण के लिए हवन यज्ञ का आयोजन किया गया।
सोलन (Solan) में एशिया के सबसे ऊंचे जटोली मंदिर सहित सभी शिवालयों में सुबह से ही श्रद्धालु भगवान शिव की पूजा-अर्चना कर रहे हैं। जिला सोलन के ग्राम पंचायत कोरो केंथडी पंचायत के पटटाघाट में प्रचीन शिव गुफा स्थित है। यह गुफा सोलन से करीब 10 किलो मीटर दूर है। इसका 2 किलोमीटर का पैदल रास्ता घने जंगलों से होता हुआ गुफा तक जाता है। इस शिवगुफा में दो शिवलिंग विराजमान है और जिसके ऊपर चार थन भी मौजूद है।
श्रद्धालुओं के अनुसार एक अंग्रेज द्वारा इस प्राचीन शिव गुफा में चार थनों में से एक थन को तोड़ दिया था, उसके उपरांत जैसे ही वह गुफा से बाहर निकला वैसे ही गुफा के द्वार से फिसलकर नीचे करीब 2 सौ फीट गहरी खाई में गिरने से उसकी मृत्यु हो गई। इस शिवगुफा में एक पत्थर की शिला है, जिसे बजाने पर डमरू की आवाज निकलती है। स्थानीय निवासी एसएल ठाकुर ने बताया कि यह प्रचीन शिवगुफा है ओर शिवरात्रि के पर्व पर यहां श्रद्धालु आते है। उन्होंने बताया कि यहां जो पत्थर की शिला है इसमें से डमरू की आवाज आती है।
बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष डॉ राजीव बिंदल ने महाशिवरात्रि के पावन पर्व पर समस्त हिमाचल वासियों को हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं दीं। डॉ राजीव बिंदल ने आज नाहन के रानीताल स्थित प्राचीन शिवालय में पूजा-अर्चना कर भगवान शिव का आशीर्वाद लिया।
हमीरपुर। शिव और शक्ति के महामिलन के पर्व शिवरात्रि पर श्रद्धालुओं का भारी जमावड़ा आज शिव मंदिरों में देखने को मिला। हमीरपुर जिला के ज्योतिर्लिंगों में सबसे महत्वपूर्ण बाबा गसोता महादेव के दर्शन के लिए भक्त हाथ में जल, माला, फूल, भांग और धतूरा लेकर मंदिर में क़तारों में लगे रहे। शिव मंदिर गसोता को विदेशी फूलों से सजाया गया है। गसोता महादेव के प्रति लोगों की आस्था देखते ही बन रही है। शिवालयों में महिलाओं द्वारा भजन कीर्तन जारी रहा।
ऊना। शिवरात्रि के पर्व पर सोमवार को जिला ऊना बम बम भोले के जयकारों से गूंज उठा। ऊना के प्रमुख नौ ऐतिहासिक शिव मंदिरों में श्रद्धालुओं का खूब जनसैलाब उमड़ा। जिला में स्थित नौ ऐतिहासिक शिव मंदिरों में गुरु द्रोणाचार्य की तपोभूमि के रूप में प्रसिद्ध गगरेट के शिवबाड़ी, बाबा गरीब नाथ मंदिर कोलका, चताड़ा में बनौड़े महादेव व अद्र्धनारीश्वर, तलमेहड़ा स्थित सदाशिव ध्यूंसर महादेव, बडूही में नीलकंठ महादेव, बंगाणा के चौमुखा महादेव, अरलू के सांडा महादेव और भगवान् शिव की 81 फ़ीट ऊंची प्रतिमा वाले महादेव मंदिर कोटला कलां में सुबह भौर फूटने से पहले ही श्रद्धालुओं की लंबी कतारे लगना शुरू हो गई थी। श्रद्धालुओं ने शिवलिंगों का जलाभिषेक करके पूजा अर्चना की।
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