-
Advertisement
डीजीपी मरड़ी बोले-Himachal की जेलों में क्षमता से अधिक कैदी-यह है कारण
Last Updated on January 18, 2020 by Deepak
हमीरपुर। उत्तरी भारत में चिट्टा का कारोबार बढ़ता जा रहा है। हिमाचल में भी चिट्टा (Chitta) पुलिस के लिए गले की फांस बना हुआ है। पिछले साल हिमाचल में करीब साढ़े चौदह सौ चिट्टा (Chitta) के मामले दर्ज हुए हैं, जिसमें 1950 के करीब आरोपियों को गिरफ्तार (Arrest) किया गया है। यह बात हमीरपुर पहुंचे डीजीपी सीता राम मरड़ी ने पत्रकारों के साथ बातचीत में कही। मरड़ी ने कहा कि पुलिस (Police) की कामयाबी के कारण इस वक्त हिमाचल की जेलों में कैदियों की संख्या क्षमता से अधिक है। डीजीपी सीताराम मरड़ी (DGP SR Maradi) ने कहा कि नशे के आदी युवाओं का नशा छुड़ाने के लिए पुलिस प्रयासरत है, लेकिन चिट्टा (Chitta) का कारोबार करने वालों को कतई नहीं बक्शा जाएगा। उन्होंने कहा कि हिमाचल पुलिस (Himachal Police) काफी हद तक चिट्टा (Chitta) कारोबारियों को पकड़ने में सफल रही है।
यह भी पढ़ें: चार लोग लूडो से खेल रहे थे जुआ, पुलिस ने धरे-43000 नकदी भी की बरामद
डीजीपी मरड़ी ने लोगों से अपील की है कि चिट्टा के साथ-साथ क्राइम को कंट्रोल करने में पुलिस का सहयोग दें और पुलिस (Police) द्वारा जारी की गई नई ऐप में सूचना सांझा करें। उन्होंने कहा कि सूचना देने वाले का नाम और पता पूरी गुप्त रखा जाता है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में ओवर ऑल क्रॉइम रेट में कमी आई है, लेकिन जुआ, आबकारी मामलों में पकड़ने में बढ़ोतरी दर्ज की गई है, जोकि अच्छा संकेत है। इससे पहले मरड़ी ने जंगलबैरी स्थित आईआरबी बटालियन का निरीक्षण किया और एसपी कार्यालय में कुछ देर रूक कर गतिविधियों का जायजा लिया।