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धर्मशाला। प्रदेश सरकार (H.P Govt) लोगों को सुरक्षा प्रदान करने व उनकी जान माल की रक्षा करने में पूरी तरह सक्षम है। यह उद्गार शुक्रवार को धर्मशाला (Dharamshala) नार्थ जोन के अधिकारियों की आयोजित क्राइम बैठक (Crime Meeting) में डीजीपी एसआर मरड़ी (DGP SR Mardi) ने व्यक्त किए। उन्होंने कहा कि अपने क्षेत्र में शांति एवं कानून व्यवस्था बनाए रखना संबंधित जिले के पुलिस अधीक्षक, डीएसपी और एसएचओ की जिम्मेदारी है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में नशे के कारोबार को समाप्त करने के लिए नई ऐप लांच की है। इस ऐप (App)पर प्रदेश भर के लोग नशा तस्करों की जानकारी और उनके ठिकाने सांझा कर पाएंगे। ऐप की सबसे बेहतर बात यह रहेगी कि इस पर सूचना देने वाला का नाम नहीं आएगा।
पुलिस (Police) के पास सूचना तो होगी। लेकिन, यह किसने भेजी इसकी जानकारी नहीं मिलेगी। इस ऐप से जुड़कर हिमाचल के लोग नशा मुक्ति अभियान का हिस्सा बन पाएंगे। उन्होंने बताया कि नशा तस्करी तेजी से बढ़ रही है। पुलिस इसे रोकने में सक्षम है और बहुत से मामले पकड़े भी जा रहे हैं। लेकिन इस धरपकड़ में लोगों की भूमिका भी अहम है। कई बार लोग इसलिए सूचना नहीं देते कि उनका नाम आएगा। उन्होंने बताया कि वर्ष 2019 में प्रदेश में कानून व्यवस्था संतोषजनक रही है।
पिछले वर्ष पंजीकृत अधिकतर मामलों को सुलझा लिया है, जिस कारण में पुलिस की कार्यप्रणाली के प्रति संतोष है। वर्ष 2019 में तक 6208 अभियोग पंजीकृत हुए हैं जो पिछले वर्ष की तुलना में काफी कम हैं। वर्ष 2019 में अभी तक एनडीपीएस एक्ट के तहत 462 मामले दर्ज हुए हैं। जिनमें 115. 35 किलो ग्राम चरस व 2. 924 किलो हेरोइन बरामद की गई है। सुरक्षा को बेहतर बनाने के उदेश्य से अभी तक प्रदेश भर में 28656 सीसीटीवी कैमरे लगाए जा चुके हैं। प्रदेश में मोटर वाहन अधिनियम की अनुपालना के लिए ई – चालान प्रणाली शुरू की गई है। ई – चालान प्रणाली से डाटा बेस बनाने में सहायता मिलेगी।
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