-
Advertisement

धेनुम आश्रय सदनम ट्रस्ट ने ली गौसदन संचालन की जिम्मेदारी, हुआ MOU
Last Updated on January 2, 2020 by Deepak
कांगड़ा। बेसहारा पशुओं को संरक्षण प्रदान करने के लिए धेनुम आश्रय सदनम ट्रस्ट ने नगर परिषद के साथ समझौता करके गौसदन के संचालन की जिम्मेदारी संभाल ली है। ट्रस्ट के प्रधान बाल किशन धीमान तथा संस्थापक अजय सहगल ने बताया कि शहर में घूम रहे बेसहारा पशुओं को शीघ्र ही नवनिर्मित सदन में शिफ्ट कर दिया जाएगा, ताकि इन पशुओं की वजह से परेशान होने वाले किसान तथा दुर्घटना का शिकार होने वाले लोगों को निजात मिल सके।
यह भी पढ़ें: ब्रेकिंगः Hamirpur में Car की टक्कर से रेहड़ी मालिक की गई जान
नगर परिषद कांगड़ा द्वारा बाईपास रोड पर नवनिर्मित गौ सदन को धेनुम आश्रय सदनम ट्रस्ट को हस्तांतरित करने हेतु समझौता उप मंडलीय दंडाधिकारी नागरिक जतिन लाल की अध्यक्षता में संपन्न हुआ। नगर परिषद ने नवनिर्मित गौ सदन को धेनुम आश्रय सदनम को आगामी 5 वर्षों के लिए एमओयू के अंतर्गत हस्तांतरित किया है, यदि धेनुम आश्रय सदनम का कार्य संतोषजनक रहता है तो नगर परिषद एमओयू को आगामी 5 वर्ष के लिए नवीनीकरण हेतु अनुमति प्रदान कर सकती है।
हिमाचल की ताजा अपडेट Live देखनें के लिए Subscribe करें आपका अपना हिमाचल अभी अभी YouTube Channel…
गौ सदन के बिजली पानी इत्यादि के बिलों का भुगतान भी धेनुम आश्रय सदनम द्वारा किया जाएगा, जिसमें नगर परिषद कांगड़ा का कोई भी लेना देना नहीं होगा। एमओयू के अंतर्गत हस्तांतरित किए गए गौ सदन के एवज में नगर परिषद ट्रस्ट को किसी प्रकार की आर्थिक सहायता ना देगा और ना ही वसूल करेगा। गौ सदन पर होने वाली मरम्मत आदि का खर्चा भी ट्रस्ट ही उठाएगा। यदि ट्रस्ट गौ सदन में कोई बदलाव करना चाहे तो उसे नगर परिषद की लिखित अनुमति प्राप्त करनी होगी। गौ सदन में रखे बेसहारा पशुओं के चारे, इलाज इत्यादि पर होने वाला खर्च भी ट्रस्ट को ही वहन करना होगा। गौ सदन में रखे कर्मचारियों के वेतन का खर्चा भी ट्रस्ट उठाएगा। समझौते की नियम एवं शर्तों की अवहेलना होने पर एमओयू रद्द करने का अधिकार नगर परिषद के पास सुरक्षित रहेगा।