-
Advertisement
तिब्बती संसद के सदस्यों के व्यवहार से असंतुष्ट लोबसंग तेनजिन ने किया सुसाइड का असफल प्रयास
निर्वासित तिब्बती संसद (TPiE)के सदस्यों के व्यवहार से असंतुष्ट लोबसंग तेनजिन (Lobsang Tenzin)नाम के एक शख्स ने सुसाइड (Attempted Self-Immolation)का असफल प्रयास किया। हालांकि,उसे उनकी बेटी ने बचा लिया,लेकिन उसका दाहिना हाथ बुरी तरह जल गया व आंख के आसपास भी गहरे जख्म आए हैं। ये घटना दक्षिण भारत के हुनसुर (Hunsur in South India)के आई गांव की है। 60 वर्षीय लोबसंग तेनज़िन नाम के एक व्यक्ति ने सुसाइड का प्रयास किया क्योंकि वे निर्वासन में तिब्बती संसद के सदस्यों के व्यवहार से असंतुष्ट थे। वॉयस ऑफ अमेरिका के अनुसार, लोबसंग तेनज़िन की आत्मदाह के लिए प्रमुख वजह निर्वासित तिब्बती संसद (टीपीईई) की वजह से हाल ही में हुई अशांति थी, जो धर्मगुरु दलाई लामा (the Dalai Lama)को अप्रसन्न करती और उनकी शांति को बाधित (Disrupted his Peace)करती है। लोबसंग तेनज़िन इसे सहन नहीं कर सके और सुसाइड करके अपना जीवन समाप्त करने का प्रयास किया।
यह भी पढ़ें: दलाई लामा बोले- हम पीछे बैठकर किसी चमत्कार की उम्मीद नहीं कर सकते
लोबसांग तेनज़िन ने बस्ती के स्वास्थ्य देखभाल और चिकित्सा केंद्र के निदेशक, यूग्याल और दो अन्य व्यक्तियों को एक दिन पहले सुसाइड करने की अपनी योजना के बारे में बताया, लेकिन उन्हें उस समय उस पर विश्वास नहीं हुआ। वॉयस ऑफ अमेरिका (Voice of America) के अनुसार उनकी बेटी तेनज़िन डेकी (Tenzin Dekyi) ने कहा कि उनके पिता की सुसाइड के लिए वजह (TPiE members) टीपीआईई सदस्यों की हालिया व्यवहार था। उन्होंने आगे कहा कि उनके पिता दो दिनों से कह रहे थे कि टीपीआईई के कार्यों और व्यवहार ने धर्मगुरू दलाई लामा को नाराज किया होगा। इसी वजह से उन्होंने ये कठोर कदम उठाया।