-
Advertisement
हिमाचल में करोड़ों का संकट टाल सकती है ये तकनीक….
Last Updated on December 24, 2020 by Sintu Kumar
मंडी। जिला प्रशासन मंडी की ’’भूस्खलन निगरानी एवं प्रारंभिक चेतावनी प्रणाली’’ को देशभर में नंबर एक पर आंका गया है। यह आंकलन स्कॉच फाउंडेशन द्वारा किया गया है और इसके लिए जिला प्रशासन को गोल्ड केटेगरी में प्रतिष्ठित स्कॉच अवार्ड से नवाजा गया है। डीसी मंडी ऋग्वेद ठाकुर ने इसकी जानकारी दी है। स्कॉच अवार्ड के लिए पूरे भारतवर्ष से 1100 से अधिक सरकारी व निजी प्रतिभागियों ने भाग लिया था, जिनमें मंडी जिला प्रशासन को ‘बचाव एवं सुरक्षा’ श्रेणी में प्रथम पुरस्कार प्राप्त हुआ है। जिला के कोटरोपी में वर्ष 2017 में हुए भयंकर भूस्खलन के बाद जिला प्रशासन ने आईआईटी मंडी के सहयोग से ऐसी किफायती प्रणाली विकसित की है, जो किसी भी भूस्खलन की संभावना को पहले ही भांप लेती है और अगर ऐसी कोई आशंका हो तो तुरंत इसकी सूचना एसएमएस के माध्यम से जिला प्रशासन और अन्य अधिकारियों को मिल जाती है और साथ ही ऐसे क्षेत्रों में स्थापित हूटर तुरन्त बजने लगता है। डीसी मंडी ऋग्वेद ठाकुर ने बताया कि वर्तमान में ऐसे 10 यन्त्र कोटरोपी, गुम्मा, हणोगी, थलौट और डयोड साथ-साथ अन्य स्थानों पर लगाए गए हैं।