-
Advertisement
30 June तक ना होने दें कोई सामूहिक कार्यक्रम, सील रहेंगी सभी सीमाएं- CM योगी
Last Updated on April 25, 2020 by Deepak
लखनऊ। भारत में जारी कोरोना वायरस (Coronavirus) के कहर के बीच उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार (Yogi Adityanath Govt) ने एक बड़ा फैसला लेते हुए प्रदेश में 30 जून तक सार्वजनिक सभाओं पर रोक लगा दी है। सीएम ने प्रदेश के सभी डीएम (DM) को निर्देश जारी करते हुए कहा है कि 30 जून तक प्रदेश में किसी भी सार्वजनिक और सामूहिक कार्यक्रम की अनुमति नहीं दी जाएगी। इसके बाद परिस्थितियों के अनुसार निर्णय लिया जाएगा। इस मसले पर सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि इस वर्ष सभी धर्म गुरुओं ने मुस्लिम भाइयों से घर पर ही रहकर नमाज वगैरह अदा करने की अपील की है। यह सुनिश्चित किया जाए कि कहीं भी कोई कार्यक्रम/आयोजन न हो। सामूहिक कार्यक्रम न हो, क्योंकि इससे कोरोना संक्रमण फैलने की पूरी संभावना है।
यह भी पढ़ें: संजय कोठारी ने ली CVC के रूप में शपथ, पहले थे राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के सचिव
उन्होंने कहा कि किसी भी प्रकार की कोई नई व्यवस्था न शुरू हो। योगी ने अवैध शराब और गोकशी पर भी कड़ी कार्रवाई करने को कहा। सीएम ने कहा कि कच्ची शराब की घटनाओं को रोकें और गोकशी करने वालों पर एनएसए लगाया जाए। सीएम अपने आवास पर वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से जिलाधिकारियों को निर्देश दे रहे थे। योगी ने कहा कि अगले दो महीने में पांच से दस लाख श्रमिकों के प्रदेश में पहुंचने की संभावना के मद्देनजर क्वारंटाइन के लिए जिलों में शेल्टर होम बनाए जाएं। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार द्वारा कोरोना वायरस को नियंत्रित करने के उद्देश्य से लागू किये गये लॉकडाउन के निर्णय की विश्व में सराहना हो रही है।
सीएम योगी ने आगे कहा कि प्रदेश में कोरोना प्रभावित क्षेत्रों को हॉटस्पॉट के रूप में चिन्हित करते हुए संक्रमण से बचाव के लिए अपनाई जा रही रणनीति अत्यन्त प्रभावी सिद्ध हो रही है। हॉटस्पॉट का यह ‘यूपी माडल’ काफी लोकप्रिय हुआ है। हॉटस्पॉट क्षेत्रों में केवल मेडिकल, सेनिटेशन तथा होम डिलीवरी टीमें ही जाएं। योगी ने कहा कि हर जिले में स्वास्थ्य विभाग और पुलिस की टीम बनाकर लॉकडाउन को सफल बनाएं। डीएम टीम गठित कर उनकी जवाबदेही और जिम्मेदारी तय करें। लॉकडाउन के दौरान सोशल डिस्टेंसिंग का सख्ती से अनुपालन कराएं। बाहर से जो लोग कोरोना से संक्रमित होकर आए हैं उनके संपर्कों (कॉन्टैक्ट हिस्ट्री) का पता लगाएं और इलाज में जुटे चिकित्साकर्मियों में किसी तरह से संक्रमण न फैले इसे सुनिश्चित कराएं। अगर हम ये तीनों चीजें कर ले गये तो कोरोना पर नियंत्रण भी कर लेंगे। कोटे की दुकानों पर घटतौली न हो इसके लिए भी हर कोटे की दुकान में एक नोडल अधिकारी नियुक्त करें।