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लोग प्रतिदिन अपने ऑफिस या घर से बाहर कहीं पर भी जाने से पहले डियोड्रेंट का उपयोग करते हैं। इसके लिए अकसर हम टीवी पर एड देखकर डियोडरेंट खरीदते हैं ताकि एड की तरह लड़कियां आसपास आकर्षित हो सके। लेकिन सिर्फ टीवी पर एड या महक से डियो पसंद करना सही नहीं।
बहुत तेज खुशबू वाले डियोड्रेंट का प्रयोग नहीं करना चाहिए। क्योंकि तेज खुशबू वाले डियोड्रेंट में केमिकल्स ज्यादा होते हैं। हमेशा भीनी –भीनी खुशबू वाले डियोड्रेंट का प्रयोग करना अच्छा होता है। क्योंकि इसमें केमिकल की मात्रा कम होती है। आपको अपनी जरूरत और इसमें पड़े कॉन्टेंट्स के बारे में भी पता होना चाहिए।
कुछ डियो में हानिकारक केमिकल्स होते हैं। खरीदने से पहले इनको चेक करना जरूरी है। जैसे कुछ ऐसे भी डियोडरेंट्स मिलते हैं जिनमें एल्युमिनियम क्लोराइड जैसा नुकसानदायक केमिकल नहीं होता। हानिकारक केमिकल से इरिटेशन, रेडनेस और ऐलर्जिक रिऐक्शन तक हो सकती है। चेक करें कि डियो में एल्युमिनियम क्लोरोहाइड्रेट, पैराबीन्स, प्रोपिलिन ग्लाइकॉल, ट्राइक्लोजन, ट्राइएथेनॉल अमीन जैसे केमिकल न हों।
डियोडरेंट में ज्यादातर ऐल्कॉहॉल होता है, ताकि आपके आर्मपि पर बैक्टीरिया सर्वाइव न कर सकें। वैसे इसका ज्यादा नुकसान नहीं लेकिन इससे आपके स्किन ड्राई हो सकते हैं जिससे इचिंग जैसी समस्या हो सकती है।
रिसर्चेज की मानें तो एक साथ तीन स्मेल लेने के बाद आप चौथी स्मेल जज नहीं कर पाते। इसलिए डियो का जब टेस्टर इस्तेमाल करें तो तीन डियो सूंघ लेने के बाद रुकें। या फिर कई दुकानों पर कॉफी बीन्स होती हैं जिससे सूंघने के बाद ही और टेस्टर ट्राइ करें।
अगर आपको ज्यादा पसीना आता है तो आप डियो के बजाय ऐंटीपरस्पिरेंट लें। इससे आपको पसीन कम आएगा। अगर पसीना कम आता है तो डियोडरेंट खरीदना सही है।
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