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जुकाम का इलाज करवाने आए मरीज की Doctor ने फाड़ी पर्ची, जांच के आदेश
Last Updated on March 21, 2020 by Deepak
गोहर। जहां एक ओर विश्वभर में कोरोना से हाहाकार मचा हुआ है, वहीं मंडी जिला की पीएचसी थुनाग के डॉक्टर (Doctor) के द्वारा क्षेत्र के एक मरीज के साथ अस्पताल में ड्यूटी के दौरान बदसलूकी करने का मामला सामने आया है। मरीज सर्दी जुकाम की दवा लाने के लिए अस्पताल गया था। जहां अस्पताल में तैनात डॉक्टर ने उसे कमरे के अंदर बुलाया और तैश में आकर उसकी पर्ची फाड़कर उसके हाथ में थमा दी। वहीं, मामले का कड़ा संज्ञान लेते हुए एसडीएम (SDM) थुनाग ने बीएमओ (BMO) जंजैहली को जांच के आदेश जारी किए हैं।
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पीड़ित मरीज लीला राम जोकि विधिक सेवा प्राधिकरण के तहत ग्राम पंचायत थुनाग में कार्यरत है का आरोप है कि वह शनिवार सुबह लगभग 11 बजे पीएचसी थुनाग अपना स्वास्थ्य जांच करने अस्पताल के डॉक्टर के पास गया था कि मुझे हल्का सा जुकाम और खांसी है।
पर्ची की बारी आने पर जैसे ही डॉक्टर ने अंदर बुलाकर उसे स्टूल पर बैठने के लिए कहा। जैसे ही वह डॉक्टर के साथ लगते स्टूल पर बैठा ही था कि डॉक्टर ने उसे तुरंत खड़े होने को कहा और पर्ची फाड़ देने के बाद डॉक्टर द्वारा अभद्र भाषा का प्रयोग करते हुए उसे अस्पताल से बाहर चले जाने को कहा। इस पर पीड़ित बहुत शर्मिंदा हुआ और फटी हुई पर्ची साथ लेकर बाहर चला गया। पीड़ित ने मामले को तुरन्त एसडीएम, बीएमओ जंजैहली तथा पुलिस अधीक्षक मंडी को लिखित शिकायत भेजकर उक्त डाक्टर के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की मांग की है। इसके अलावा पीड़ित ने डीसी मंडी के ई समाधान के व्हाट्सएप नंबर, पुलिस कंट्रोल शिमला के नंबर तथा 1100 मुख्यमंत्री हेल्प लाइन में भी अपनी समस्या को दर्ज करवाया है।
बीएमओ जंजैहली केआर शर्मा ने बताया कि अस्पताल में तैनात डॉक्टर किसी के साथ भी इस तरह से पेश नहीं नहीं आ सकते हैं तथा एक डॉक्टर द्वारा पर्ची फाड़ी जाए यह आरोप लगना जांच का विषय है, जिसपर जांच शुरू कर दी है।
वहीं, एसडीएम थुनाग सुरेंद्र मोहन ने मामले पर कड़ा संज्ञान लेते हुए बीएमओ जंजैहली को जांच के आदेश जारी कर दिए हैं। जांच के बाद आगामी कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।