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दयाराम कश्यप, सोलन। प्रदेश सरकार के अनुबंध आधार पर लगे चिकित्सकों के ग्रेड पे में कटौती के फैसले के खिलाफ जिला सोलन (Solan) के अर्की अस्पताल में चिकित्सकों ने काले बिल्ले लगा कर रोष व्यक्त (Protest) किया और अपनी सेवाएं दीं। वरिष्ठ चिकित्सक डॉक्टर केशव बेणीपाल ने सरकार के इस निर्णय को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए कहा कि सरकार का यह निर्णय ना तो प्रदेश हित में है और ना ही डॉक्टरों (Doctors) के हित में। उन्होंने कहा कि सरकार को अपने इस फरमान को तुरंत वापिस लेना चाहिए।
डॉक्टर केशव का कहना है कि आज जहां पूरा विश्व कोविड 19 माहमारी झेल रहा है। ऐसे में यही डॉक्टर लोगों की ढाल बन कर सबसे आगे योद्धा बने हैं। ऐसे समय में इस प्रकार का कोई भी फरमान इनके मनोबल पर विपरीत असर डाल सकता है। उनका कहना है कि एक एमबीबीएस डॉक्टर (MBBS Doctors) अपनी पांच साल की कड़ी मेहनत के बाद अपनी सभी परीक्षाए उतीर्ण करने के उपरांत मानव सेवा के लिए डॉक्टर बनता है। इस दौरान उसे अपनी ड्यूटी में भी प्रतिदिन पढ़ाई करते हुए लोगों की सेवा करनी होती है।
अर्की अस्पताल में वरिष्ठ चिकित्सक डॉक्टर केशव बेणीपाल ने बताया कि सरकार के इस निर्णय से इन्हें जुलाई में 26,250 रुपये वेतन मिला है, जबकि पहले 34,350 रुपये मिलते थे। इस प्रकार सीधे ही इनके वेतन से 8100 रुपये प्रति माह कम हो गए है। उन्होंने इस कटौती पर हैरानी जताते हुए कहा है कि एक डॉक्टर का वेतन 26 हजार होना इनके साथ एक बहुत बड़ा अन्याय है, क्योंकि आज एक चतुर्थ श्रेणी के कर्मचारी का वेतन (Salary) भी इससे कही अधिक है। उन्होंने अनुबंध आधार पर लगें डॉक्टरों से पहले दी गई ग्रेड पे से किसी भी प्रकार की रिकवरी को भी पूरी तरह अनुचित ठहराया है। अस्पताल के चिकित्सकों ने विसंगतियों को दूर करने की मांग करते हुए राज्य सरकार से नए नियुक्त होने वाले डॉक्टरों को किसी भी अनुबंध की जगह स्थाई नियुक्ति देने की मांग की है।
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