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इस देश में कोई सिपाही नहीं Dolphin करती है परमाणु हथियारों की रक्षा
Last Updated on February 25, 2020 by Vishal Rana
हथियार किसी भी देश के लिए सबसे महत्वपूर्ण चीज होते हैं क्योंकि यही किसी आपातकालीन स्थिति में उनकी ताकत होते हैं। अमेरिका (America) के वॉशिंगटन राज्य की किटसैप काउंटी में अमेरिकी नौसेना का अड्डा है जिसको नेवल बेस किटसैप बोला जाता है। अमेरिकी नौसेना के इस अड्डे का निर्माण 2004 में किया गया था। यहां परमाणु हथियारों का भंडार है। सीऐटल से करीब 20 मील की दूरी पर है हूड कैनल जहां नेवल बेस किटसैप है। यह जगह अमेरिका के करीब एक चौथाई परमाणु हथियारों (Nuclear weapons) के लिए स्टोरहाउस है। यह जगह दो वजह से काफी खास है। एक तो दुनिया में परमाणु हथियारों का यह सबसे बड़ा भंडार है और दूसरा यह कि इसकी रक्षा कोई इंसान या मशीन नहीं करता है बल्कि डॉल्फिन और सी लॉयन करते हैं। करीब 85 डॉल्फिन और 50 सी लॉयन को कैलिफॉर्निया (California) स्थित एक केंद्र में प्रशिक्षण दिया गया है। गंभीर मामलों में इन समुद्री जीवों के शरीर में एक बाइट प्लेट फिट कर दी जाती है। डॉल्फिन जाकर घुसपैठिए की टांग से टकराती है और उसकी टांग में प्लेट चिपक जाती है और जब तक इससे संदेश हैंडलर तक नहीं पहुंच जाता है, तब तक घुसपैठिया अपनी टांग के अंदर से उसे खींचकर बाहर नहीं कर सकता है। ये समुद्री जीव इंसान के साथ मिलकर काम करते हैं। ये समुद्री डॉल्फिन एक तरह के सेंसर का इस्तेमाल करके पानी के नीचे खतरे का पता लगाती है और खतरे की स्थिति में पानी की सतह के ऊपर आकर अपने हैंडलर को अलर्ट करती है।
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अगर हैंडलर को लगता है कि स्थिति से निपटने के लिए कुछ कार्रवाई जरूरी है तो वह डॉल्फिन की नाक पर नॉइजमेककर या ऑर्ब लाइट रख देता है। इन डॉल्फिनों को घुसपैठिए से टकराने के लिए प्रशिक्षित किया जाता है। ये डॉल्फिन घुसपैठिए से ऐसे टकराती है कि डॉल्फिन के पास से डिटैक्टर संदिग्ध घुसपैठिए के पास चली जाती है जिससे उस पर नजर रखने में आसानी होती है। डॉल्फिन पानी की सतह के काफी नीचे की चीजों का पता लगा सकती है। डॉल्फिन के अंदर समुद्र के काफी अंदर की आवाज को पकड़ने की क्षमता होती है। सी लॉयन की सुनने और देखने की बहुत मजबूत क्षमता होती है। खासतौर पर बहुत ही खराब स्थिति जैसे समुद्र की काफी गहराई में जहां अंधेरा ही अंधेरा होता है, वहां भी सी लॉयन देख सकती है। इसी वजह से डॉल्फिन और सी लॉयन को चुना गया है।