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नाहन। डा. वाईएस परमार मेडिकल कॉलेज की प्रिंसिपल के वारयल हुए वीडियो ने फिर नए सवाल खड़े कर दिए हैं। हालांकि, मेडिकल कॉलेज नाहन से जुड़ा यह कोई पहला विवाद नहीं है। लेकिन, प्रशिक्षु डाक्टरों की हड़ताल के बाद सामने आए वीडियो ने मेडिकल कॉलेज को सवालों के घेरे में लाकर खड़ा कर दिया है। दरअसल, सोशल मीडिया पर तेजी से वारयल हो रहे वीडियो में कॉलेज की प्रिंसिपल प्रक्षिक्षु डाक्टरों को धमकाती नजर आ रही हैं और यह वीडियो किसी और ने नहीं बल्कि कॉलेज के ही किसी स्टूडेंट ने बनाया है। आरोप है कि इस वीडियो में कॉलेज की प्रधानाचार्य ने कहा कि 90 प्रतिशत छात्र अध्यापकों की मेहरबानी से ही पास होते हैं।
ऐसे में यह भी सवाल उठ रहे हैं कि क्या मेडिकल कॉलेज से पास हुए 90 प्रतिशत छात्र अपने बलबूते पर नहीं बल्कि, उनके अध्यापकों की मेहरबानी से पास हुए हैं। बता दें कि तीन दिन पहले ही मेडिकल कॉलेज नाहन में अव्यवस्थाओं का हवाला देकर प्रक्षिक्षु डाक्टरों ने कक्षाओं का बहिष्कार करते हुए कॉलेज प्रशासन के खिलाफ आवाज बुलंद की थी। 17 जनवरी को जिला प्रशासन के एडीसी की अध्यक्षता में स्टूडेंट्स के साथ कॉलेज प्रशासन की एक बैठक की गई। इसी दौरान किसी स्टूडेंट ने प्रिंसिपल की वीडियो बनाकर मीडिया को भेज दी। 18 जनवरी को वीडियो पर मचे बवाल के चलते प्रिंसिपल ने प्रेसनोट जारी कर स्ट्राइक को अनुशासनहीनता करार दिया। यहां तक कि फेकल्टी एसोसिएशन ने भी स्टूडेंट्स की अनुशासनहीनता की कड़ी निंदा की।
अनुशासनहीनता बर्दाश्त नहीं: डॉ. जयश्री
उधर,मेडिकल कॉलेज की प्रिंसिपल डॉ. जयश्री ने वायरल हुए वीडियो के मामले में कहा कि वह छात्रों को सिर्फ समझा रही थीं और वहां पर जिला प्रशासन के अधिकारी भी उपस्थित थे। स्टूडेंट्स को समझाना टीचरों का काम है। अनुशासनहीनता को बर्दाश्त नही किया जाएगा। यह सही है कि स्टूडेंट्स की कामयाबी के पीछे टीचरों का हाथ होता है। उन्होंने कहा कि छात्रों की हर समस्या का समाधान करने के लिए कॉलेज प्रशासन तैयार है।
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