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ऊना। अस्पताल में जब पिता जिंदगी और मौत की लड़ाई लड़ रहा था, उस समय उसका बेटा नशे में धुत्त होकर हुड़दंग मचा रहा था। मामला रीजनल अस्पताल ऊना का है। यहां एक बुजुर्ग जहरीला पदार्थ निगलने के बाद इमरजेंसी वॉर्ड में भर्ती किया गया। लेकिन उसकी खराब होती हालत को देखते हुए उसे पीजीआई रेफर कर दिया गया। इसी दौरान उसका बेटा बॉबी शराब के नशे में धुत्त होकर अस्पताल पहुंच गया।
पिता को पीजीआई रेफर किए जाने पर बॉबी ने अस्पताल में हुड़दंग मचाना शुरू कर दिया। हालांकि सुरक्षा कर्मियों ने उसे समझाने का बहुत प्रयास किया, लेकिन वह नहीं माना। उसके इस हुड़दंग से अन्य मरीज भी परेशान होने लगे, जिसके बाद सुरक्षाकर्मियों ने पुलिस को सूचना दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने बॉबी को गिरफ्तार कर लिया। हालांकि उसे कुछ ही देर बाद पिता को पीजीआई ले जाने के कारण जमानत पर छोड़ दिया गया। पुलिस ने दोनों मामलों के संबंध में थाना बंगाणा और ऊना में अलग-अलग केस दर्ज करते हुए जांच शुरू कर दी है।
डीएसपी हेडक्वार्टर अशोक वर्मा ने बताया कि बंगाणा उपमंडल के हटवाणा निवासी 60 साल के बुजुर्ग महेंद्र सिंह ने अज्ञात कारणों से जहरीला पदार्थ निगल लिया था। बुजुर्ग की हालत नाजुक होने पर परिजन उसे बंगाणा अस्पताल लेकर पहुंचे। वहां से उसे रीजनल अस्पताल ऊना रेफर कर किया गया। लेकिन यहां उसकी नाजुक हालत को देखते हुए उसे पीजीआई रेफर कर दिया। इसी दौरान उसके बेटे ने अस्पताल में हुड़दंग मचाना शुरू कर दिया, जिसे पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। लेकिन महेंद्र सिंह को पीजीआई ले जाने के लिए उसके पुत्र को राहत देते हुए जमानत पर छोड़ा गया है। उन्होंने बताया कि महेंद्र के जहरीला पदार्थ निगलने के कारणों की जांच की जा रही है। वहीं उसके पुत्र बॉबी को आरोपी बनाते हुए उसके खिलाफ भी केस दर्ज करते जांच शुरू कर दी गई है।
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