- Advertisement -
पालमपुर। मजबूत हौसला और समाज के लिये कुछ कर गुजरने का जुनून हो तो बड़ी से बड़ी रुकावट दूर की जा सकती है। इस कहावत को सुलह विधानसभा क्षेत्र के घरथू-कोना गांव के लोगों ने सही साबित कर दिखाया है। सरकारों की लगातार अनदेखी के बाद ग्रामीणों ने खुद ही न्यूगल नदी पर 20 मीटर लंबा लोहे और लकड़ी का पुल (bridge) बनाकर तैयार कर दिया हैं। जिससे अब वह एक घंटे की दूरी महज 10 मिनट में तय कर लेते हैं।
घरथू-कोना गांव के बाशिंदे काफी वर्षों से न्यूगल नदी पर स्थायी पुल की मांग कर रहे थे, लेकिन वोट लेने के बाद नेताओं ने कभी पलट कर ध्यान नहीं दिया। मजबूरन ग्रामीणों ने खुद ही पुल बनाने की ठान ली। हर साल इस पुल को बनाने में लगभग 25 से 30 हजार रुपये का खर्च आ जाता है। लेकिन यह पुल कुछ ही महीनों तक सुविधा देता हैं क्योंकि बरसात के दिनों में यह पुल बह जाता हैं। जिस कारण अक्सर ग्रामीणों को बस पकड़ने के लिए बस स्टॉप तक जाने के लिए 5 किलोमीटर का चक्कर लगाना पड़ता है, जो पुल की वजह से मात्र आधा किलोमीटर रह जाता हैं।
स्थानीय लोगों के मुताबिक कोना-घरथूं की जनता की इस परेशानी को समझते हुए पूर्व विधायक जगजीवन पाल तत्कालीन सीएम वीरभद्र सिंह से प्राथमिकता के आधार पर लोक निर्माण विभाग के बजट 2015-2016 में शामिल किया गया था।। कांग्रेस की सरकार बदलने के बाद इस महत्वपूर्ण कार्य को रोक दिया गया। कार्य को रोकने के पीछे क्या कारण था इसकी जानकारी नहीं है। ग्रामीणों ने कहा कि अगर समय रहते इस पुल को नहीं बनाया गया तो आगामी चुनावों में इसका खामियाजा भुगतना पड़ सकता है।
- Advertisement -