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J&K: 4.4 की तीव्रता से डोली धरती; 1 महीने के अंदर पांचवां Earthquake
Last Updated on June 27, 2020 by Deepak
श्रीनगर। देश में जारी कोरोना वायरस के कहर के बीच प्राकृतिक आपदाएं भी इंसानों पर रहम बरतने के मूड में नजर नहीं आ रही हैं। लगभग रोजाना देश के किसी ना किसी राज्य में महसूस किए जा रहे भूकंप (Earthquake) के झटकों के बीच शनिवार को जम्मू-कश्मीर (Jammu and Kashmir) में भूकंप के झटके महसूस किए गए। भूकंप की तीव्रता रिक्टर पैमाने पर 4.4 मापी गई। भूकंप की वजह से किसी भी तरह के जान-माल के नुकसान की खबर नहीं है। भारत के भूकम्पविज्ञान के अनुसार, यह भूकंप 12 बजकर 32 मिनट पर आया। बताया गया कि जम्मू-कश्मीर के हानले से 332 किलोमीटर पूर्वोत्तर में भूकंप के झटके महसूस किए गए।
झटके महसूस होने के साथ ही लोगों में दहशत का माहौल
सूबे में 9 जून से अब तक पांच बार भूकंप आ चुका है। इससे पहले 16 जून को भी प्रदेश में भूकंप के झटके महसूस किए गए थे। तब भूकंप का केंद्र तजाकिस्तान का दुसांबे बताया जा रहा था। रिक्टर स्केल पर इसकी तीव्रता 6.8 मापी गई थी। वहीं 14 जून को जम्मू-कश्मीर में 3.0 तीव्रता का भूकंप आया था। आंकड़ों के अनुसार, कटरा, जम्मू और कश्मीर के पूर्व में 90 किलोमीटर दूर था भूकंप का केंद्र। हालांकि इस दौरान किसी भी तरह की जान माल की हानि की कोई सूचना नहीं है लेकिन झटके महसूस होने के साथ ही लोगों में दहशत का माहौल है। कश्मीर के अलावा बीते दिनों मिजोरम समेत पूर्वोत्तर के कई राज्यों में भूकंप के झटके महसूस किए गए थे। मिजोरम में लगातार तीन दिनों तक भूकंप ने दस्तक दी थी। पूर्वी मिजोरम के चंफई इलाके में और म्यांमार से लगे अन्य पूर्वोत्तर के राज्यों में भी भूकंप के झटके महसूस किए गए थे।
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भूकंप आने पर क्या करें
- अगर भूकंप के वक्त आप घर में हो तो फर्श पर बैठ जाएं।
- घर में किसी मजबूत टेबल या फर्नीचर के नीचे बैठकर हाथ से सिर और चेहरे को ढकें।
- भूकंप के झटके आने तक घर के अंदर ही रहें और झटके रुकने के बाद ही बाहर निकलें।
- अगर रात में भूकंप आया है और आप बिस्तर पर लेटे हैं हैं तो लेटे रहें, तकिए से सिर ढक लें।
- अगर आप भूकंप के दौरान मलबे के नीचे दब जाएं तो किसी रुमाल या कपड़े से मुंह को ढंके।
- मलबे के नीचे खुद की मौजूदगी को जताने के लिए पाइप या दीवार को ठकठकाते रहें, ताकि बचाव दल आपको तलाश सके।
- अगर आपके पास कुछ ना हो तो चिल्लाते रहे हैं और हिम्मत ना हारें।