- Advertisement -
नाहन। प्रदेश में अगर किसी को अपना तबादला मनपंसद जगह में करवाना है तो उसे महज 30 हजार रुपए खर्च करने होंगे। यह हम नहीं बल्कि सिरमौर राजपूत सभा के अध्यक्ष दिनेश चौहान कह रहे हैं। रविवार को नाहन में पत्रकार वार्ता के दौरान दिनेश चौहान ने कई सनसनीखेज खुलासे किए हैं। उन्होंने आरोप लगाया है कि शिक्षा विभाग में तबादला माफिया सक्रिय है, जो नियमों को ताक पर रखकर कर्मचारियों के ट्रांसफर कराने करवा रहा है।
उन्होंने आरोप लगाया कि दो भाई पिछले लंबे समय से इन गैर कानूनी तबादलों में सक्रिय हैं। इनमें एक भाई सीएम कार्यालय में तैनात है, जबकि दूसरा भाई ऑपरेशन सर्किल नाहन में काम कर रहा है। चौहान ने आरोप लगाया कि प्रारंभिक शिक्षा निदेशालय में तैनात एक सुप्रिटेंडेंट की मदद से ये दोनों भाई ट्रांसफर रैकेट चला रहे हैं और इसके बदले में कर्मचारियों से पैसे वसूल रहे हैं। सिरमौर राजपूत सभा के अध्यक्ष दिनेश चौहान ने आरोप लगाया है कि यह रैकेट नियमों का ताक पर रख कर तबादले कराने में जुटा है। बिना किसी डीओ नोट के ट्रांसफर कराए जा रहे हैं। थोड़ी-थोड़ी तादाद में ट्रांसफर के प्रार्थना पत्र सीएम की डाक में मिला कर भेजे जाते हैं, ताकि किसी को शक न हो। उन्होंने ये भी आरोप लगाया है कि सारे प्रार्थना पत्र खुद कम्प्यूटर से प्रिंट लिए जाते हैं। कुछ आवेदन प्रिंट होते हैं, जबकि कुछ हाथ से लिखे जाते हैं। ये प्रार्थना पत्र किस डाक से पहुंचे इसका कोई रिकॉर्ड नहीं है। दिनेश चौहान ने इस पूरे मामले की जांच की मांग उठाई है। उन्होंने कहा कि ट्रांसफर से लेन- देन पीएनबी के एक खाते 4588000400003305 में जाता है। अगर इस खाते की जांच की जाए तो दूध का दूध और पानी का पानी हो जाएगा। उन्होंने सीएम से पूरे मामले की छानबीन कराने की मांग की है।
- Advertisement -