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झारखंड के शिक्षा मंत्री ने 11वीं कक्षा में कराया नामांकन; बोले- Regular पढ़ाई करेंगे
Last Updated on August 10, 2020 by Deepak
नई दिल्ली। झारखंड (Jharkhand) के शिक्षामंत्री जगरनाथ महतो (Jagarnath Mahato) को अपने मंत्री बनने के कुछ दिन बाद ये बात कचोट गई कि वो सिर्फ मैट्रिक पास हैं। जिसके बाद अब जाकर उन्होंने 53-साल की उम्र में बोकारो के एक इंटर कॉलेज (Inter College) में 11वीं कक्षा में नामांकन कराया है। 1995 में मैट्रिक की परीक्षा पास करने वाले महतो ने कहा, ‘जब से मुझे झारखंड का शिक्षा मंत्री बनाया गया, तब से एक वर्ग मेरी शैक्षणिक योग्यता पर आक्रामक है। इसलिए, मैंने दोबारा पढ़ाई शुरू करने का फैसला किया।’ शिक्षा मंत्री ने सोमवार को खुद के स्थापित देवी महतो स्मारक इंटर महाविद्यालय नावाडीह में इंटर में अपना नामांकन कराया।
पढ़ो व लड़ो नारे से प्रेरित होकर लिखेंगे नई इबारत
महतो ने बताया कि झारखंड आंदोलन के प्रणेता सह झामुमो के संस्थापक बिनोद बिहारी महतो का नारा था पढ़ो व लड़ो, इससे प्रेरित होकर उन्होंने वर्ष-1995 में मैट्रिक की परीक्षा दी थी। जिसमें उन्हें द्वितीय श्रेणी हासिल हुई थी। इसके बाद राजनीति में आ गए और व्यस्त जीवन के कारण आगे की पढ़ाई पूरी नहीं कर पाए, लेकिन मुझे हमेशा आगे ना पढ़ पाने का मलाल रहा। उन्होंने आगे कहा कि मेरी कोशिश रहेगी कि इंटरमीडिएट की परीक्षा उत्कृष्ट अंक से पास करूं। यही नहीं, पढ़ाई का यह सिलसिला आगे भी जारी रहेगा।
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जगन्नाथ महतो से पूर्व राज्य में पांच शिक्षा मंत्री रहे हैं। किसी की भी डिग्री स्नातक से कम नहीं रही है। यह पहली बार है जब किसी मैट्रिक पास को राज्य के शिक्षा मंत्री का दायित्व दिया गया है। महतो का कहना है कि वो रेगुलर पढ़ाई करेंगे। शिक्षामंत्री ने बताया कि राज्य सरकार शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार लाने के लिए निरंतर प्रयासरत है, सोमवार को ही उन्होंने राज्यभर में 4,416 आदर्श इंटर स्कूल स्थापित करने के लिए विभाग की एक संचिका पर हस्ताक्षर किया है। यह प्रस्ताव कैबिनेट में जाएगा और राज्य मंत्रिपरिषद से स्वीकृति मिलने के बाद राज्यभर में आदर्श स्कूल स्थापित कर ग्रामीण क्षेत्र में रहने वाले बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा उपलब्ध कराई जाएगी।