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शनि बदलेगा चाल जानिए क्या रहेगा आप की राशि का हाल
Last Updated on January 22, 2020 by
शनि देव को न्याय के देवता कहा गया है। शनि देव की कृपा से जातक को हर कार्य में सफलता मिलती है। शनि देव सही के साथ हमेशा न्याय करते है। और गलत करने वालों को दंड देते है। न्याय के देवता शनि ग्रह 24 जनवरी, 2020 को धनु राशि को छोड़कर अपनी स्वराशि मकर में गोचर कर रहे है। धनु और मकर राशि मे पहले से ही शनि की साढ़ेसाती चल रही है। 24 जनवरी से कुंभ राशि पर शनि की साढ़ेसाती का पहला चरण शुरू होगा। वर्ष 2020 में शनि की ढैया मिथुन, तुला राशि पर लगेगी। 11 मई से लेकर 29 सितंबर 2020 तक शनि वक्री अवस्था में मकर राशि में गोचर करेंगे और वर्ष 2020 के अंतिम महीने अर्थात 27 दिसंबर को अस्त भी हो जाएंगे, जिसके कारण शनि का कुछ प्रभाव कम होता हुआ दिखाई देगा।
जानते हैं शनि की साढ़ेसाती और ढैय्या का प्रभाव किन-किन राशियों पर पड़ने वाला है।
मेषः इस राशि के जातकों को शनि से डरने की या शनि के अशुभ प्रभाव से डरने की आवश्यकता नहीं है क्योंकि आपके ऊपर शनि की साढ़ेसाती और ढैय्या का प्रभाव नहीं रहेगा।
वृषभः राशि के जातकों को शनि के अशुभ प्रभाव से डरने की आवश्यकता नहीं है क्योंकि आपके ऊपर शनि की साढ़ेसाती और ढैय्या का प्रभाव नहीं रहेगा।
मिथुनः शनि इस समय सातवें भाव में गोचर कर रहे है, लेकिन वर्ष 2020 में शनि आपके अष्टम भाव में गोचर करेंगे। अष्टम भाव को मृत्यु का भाव भी कहा जाता है। शनि के इस राशि में आने से मिथुन राशि के जातकों पर अष्टम की ढैय्या की शुरुआत हो जायेगी, जिसके कारण आपके कामों में रूकावटें आएंगी। वाणी पर कंट्रोल नहीं रहेगा, वाणी में कड़वाहट दिखाई देगी। कामकाज में मेहनत का फल मिलने में बहुत कठिनाइयों का सामना करना पड़ेगा। किसी से भी सोच-समझकर और संयम से व्यवहार करें अन्यथा आपके अंदर क्रोध बढेगा और आप अपना ही नुकसान करते चले जायेंगे।
कर्कः इस राशि के जातकों को शनि के अशुभ प्रभाव से डरने की आवश्यकता नहीं है क्योंकि आपके ऊपर शनि की साढ़ेसाती और ढैय्या का प्रभाव दूर-दूर तक दिखाई नहीं दे रहा।
सिंहः जातकों को शनि के अशुभ प्रभाव से डरने की आवश्यकता नहीं है क्योंकि आपके ऊपर शनि की साढ़ेसाती और ढैय्या का प्रभाव नहीं रहेगा।
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कन्याः शनि के अशुभ प्रभाव से डरने की आवश्यकता नहीं है, क्योंकि आपके ऊपर शनि की साढ़ेसाती और ढैय्या का प्रभाव नहीं रहेगा।
तुलाः इस राशि पर शनि की साढ़ेसाती नहीं रहेगी परन्तु शनि तुला राशि के चतुर्थ भाव में गोचर करेंगे। शनि के तुला राशि में आने से इस राशि के जातकों पर चतुर्थ भाव की ढैय्या शुरु हो जाएगी, जिसके कारण इस राशि के जातकों को शत्रु परेशान कर सकते है। स्वास्थ्य खराबी का सामना करना पड़ेगा या कोई पुरानी बीमारी आपको परेशान कर सकती है। नौकरीपेशा लोगों की मेहनत में इजाफ़ा होगा, थकावट महसूस होगी।
वृश्चिकः वर्ष 2020 में वृश्चिक राशि के जातकों को शनि के अशुभ प्रभाव से डरने की आवश्यकता नहीं है, क्योंकि आपके ऊपर शनि की साढ़ेसाती और ढैय्या का प्रभाव नहीं रहेगा।
धनुः इस राशि पर शनि की साढ़ेसाती का प्रभाव पहले से ही है। वर्ष 2020 में शनि धनु राशि के द्वितीय भाव में राशि परिवर्तन करेंगे, इसे धनभाव कहते है, इसलिए इनको कामकाज में लाभ होगा। इस वर्ष 2020 में स्वास्थ्य खराबी के हालात कई बार देखने को मिलेंगे और आपका धन भी इलाज पर खर्च होगा। इस वर्ष माता के स्वास्थ्य का ध्यान रखे अन्यथा परेशानी उत्पन्न होगी। नया घर या भूमि संबंधित कामों में रूकावटें आने के संकेत मिल रहे है। कोई भी काम जल्दबाजी में न करें।
मकरः शनि की साढ़ेसाती का प्रभाव पहले से ही है। वर्ष 2020 मे शनि का गोचर इसी राशि में हो रहा है। मकर राशि के जातकों के लिए शनि की साढ़ेसाती का दूसरा चरण शुरू होगा, जिसके अनुसार इन राशि के लोगों की अपने भाई-बहनों से मित्रों से अनबन होगी। वैवाहिक जीवन में कलह बढ़ेंगे। पारिवारिक और गृहस्थ जीवन में उथल-पुथल देखने को मिलेगी। कामकाज में भी जरुरत से ज्यादा परिश्रम करने पड़ेंगे।
कुंभः शनि न्याय के देवता आपकी राशि से बारहवें घर में गोचर करेंगे जिसके अनुसार कुंभ राशि वालों पर शनि की साढ़ेसाती का पहला चरण शुरू होगा, जिसके कारण खर्चे की अधिकता रहेगी और आपकी आर्थिक स्थिति डगमगा सकती है। शत्रुओं से सावधान रहे, वो आपको परेशान करने के लिए किसी भी हद तक जा सकते है। नौकरीपेशा लोगों को नौकरी से सम्बंधित दिक्कते आ सकती है। मन पर काबू रखे, किसी भी कार्य को जल्दबाजी में न करें और अपने गुस्से पर नियंत्रण रखें।
मीनः जातकों को शनि के अशुभ प्रभाव से डरने की आवश्यकता नहीं है, क्योंकि आपके ऊपर शनि की साढ़ेसाती और ढैय्या का प्रभाव नहीं रहेगा।