- Advertisement -
नई दिल्ली। झारखंड (Jharkhand) के लातेहार से सामने आए ताजा मामले ने एक बार फिर देश भर के लोगों को देश के अंदर के मौजूदा हालात के बारे सोचने पर मजबूर कर दिया है। बताया गया कि जिले के महुआडांड़ प्रखंड के दुरुप पंचायत के लुरगुमी कला में पांच जून (बुधवार) की रात्रि में 65 वर्षीय रामचरण मुंडा नाम के व्यक्ति की मौत (death) हो गई। मृतक की बेटी का कहना है कि उसके पिता की मौत भूख (hunger) की वजह से हुई है। उसके घर में पिछले तीन-चार दिनों से अन्न का दाना तक नहीं था। वहीं दूसरी तरफ यह बात भी सामने आई है कि मृतक के परिवार को तीन महीने से राशन (Ration) नहीं मिला था।
मामले के तूल पकड़ने पर राज्य की समाज कल्याण मंत्री लुइस मरांडी ने लातेहार में 65 वर्षीय रामचरण मुंडा की भूख से मौत होने की बात से इंकार करते हुए सफाई पेश की है। मंत्री लुइस ने कहा कि सरकार कई सारी जनकल्याणकारी योजनाएं चला रही है। किसी ना किसी योजना का लाभ उसे मिल रहा होगा। इसलिए इसे भूख से मौत नहीं कह सकते हैं। एक महिला अधिकारी ने बताया कि वह जब रामचरण मुंडा के घर पहुंची और जानकारी ली तो मालूम चला कि घर में अनाज का एक दाना भी नहीं था और तीन दिनों से घर में चूल्हा नहीं जला था। भूखे रहने के कारण रामचरण की मौत हो गई। परिजनों ने उन्हें यह जानकारी दी थी कि स्थानीय डीलर ने नेटवर्क का बहाना बनाकर तीन माह से राशन का वितरण भी नहीं किया है।
- Advertisement -