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बिजली बोर्ड ठेकेदारों की लेबर के सहारे लड़ रहा सफेद सुनामी से जंग
Last Updated on January 12, 2020 by Vishal Rana
नेरवा। फील्ड स्टाफ की कमी से जूझ रहे बिजली बोर्ड (electricity Board) के चौपाल मंडल ने आखिरकार पांच दिन के बाद चौपाल की बिजली बहाल कर दी है। इस दौरान बिजली कर्मचारियों, आउटसोर्स कर्मचारियों एवं विभाग के ठेकेदारों की लेबर ने साढ़े चार फीट बर्फ में दिन रात काम कर बिजली बहाल की है। हालांकि अभी भी उपमंडल के पच्चास प्रतिशत से ज्यादा क्षेत्र अंधेरे में ही है। बिजली के पूरी तरह बहाल होने में तीन-चार दिन और लग सकते हैं। बिजली बहाली में बोर्ड की फील्ड स्टाफ की कमी और आधुनिक संसाधनों की कमी रोड़ा अटकाए हुए हैं। बोर्ड ठेकेदारों की लेबर और आउटसोर्स कर्मियों के सहारे सफेद सुनामी से जंग लड़ रहा है।
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उल्लेखनीय है कि चौपाल विद्युत मंडल में 50 फीसदी से ज्यादा पद फील्ड स्टाफ के खाली पड़े हुए हैं। इस समय जो स्टाफ है वह भी आधे से ज्यादा खंभों से गिरने अथवा करंट लगने की वजह से अनफिट है। विभागीय सूत्रों के अनुसार रविवार दोपहर तक चौपाल विद्युत उपमंडल के 110 में से 48 तथा नेरवा उपमंडल में 130 में से 50 ट्रांसफार्मर चालू कर दिए गए हैं, जबकि चौपाल में 62 तथा नेरवा में करीब अस्सी ट्रांसफार्मर अभी भी बंद पड़े हैं। वहीं जिला सिरमौर की सीमा से लगती उपमंडल की दूरदराज व दुर्गम तहसील कुपवी के 28 ट्रांसफार्मर शिलाई से आने वाली लाइन से चालू कर दिए गए हैं, जबकि इस दुर्गम क्षेत्र के 50 ट्रांसफार्मर अभी भी बंद पड़े हुए हैं। अधिशाषी अभियंता विद्युत मंडल चौपाल चमेल सिंह ने बताया कि नेरवा, चौपाल व कुपवी विद्युत उप मंडलों के करीब 320 ट्रांसफार्मर में से 126 ट्रांसफार्मर रविवार दोपहर तक चालू कर दिए गए हैं एवं शाम तक करीब पांच दर्जन और ट्रांसफॉर्मरों के चालू हो जाने की उम्मीद है।
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