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हथिनी मौत मामला – पर्यावरण मंत्रालय ने मांगी Report, होगी पूरी जांच
मलप्पुरम। केरल के मलप्पुरम में गर्भवती हथिनी के साथ हुए हादसे को लेकर पूरा देश दुखी है। सोशल मीडिया (Social media) पर लोग अपना दुःख और गुस्सा दिखा रहे हैं। लोग इस घटना को अमानवीय बता रहे हैं, साथ ही घटना में संलिप्त लोगों की इंसानियत पर सवाल भी खड़े कर रहे हैं। इस मामले को लेकर वन्य जीव अधिकारियों का कहना है कि पूरे मामले की जांच अभी चल रही है। हम हथिनी की मौत (Elephant death) का पता लगाने की कोशिशों में जुटे हैं। इस घटना को पर्यावरण मंत्रालय (Environment Ministry) ने भी गंभीरता से लिया है और घटना की पूरी रिपोर्ट मांगी है। वन एवं पर्यावरण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने कहा कि जो लोग भी इसमें दोषी होंगे, उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
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जंगली सूअरों को भगाने के लिए करते थे ये काम
इस पूरी चर्चा की शुरुआत तब हुई जब एक जूनियर स्तर के अधिकारी ने फेसबुक पोस्ट में लिखा कि हथिनी की मौत की वजह मुंह में पटाखे फटने की वजह से हुई है। सोशल मीडिया पर गर्भवती हथिनी की पानी में खड़े होने वाली तस्वीर वायरल हो रही है और लोगों का गुस्सा मलप्पुरम के लोगों को पर फूट रहा है। मलप्पुरम गांव में हथिनी खाने की तलाश में आई थी। गांव में खाने की तलाश में अक्सर हाथी भटककर आ जाते हैं। लोगों ने अनानास में पटाखे छिपाए थे, सामान्य तौर पर ग्रामीण लोग ऐसा जंगली सूअरों को भगाने के लिए करते हैं। जैसे ही हथिनी ने फल खाया, उसके मुंह में पटाखे फूट पड़े, जिसकी वजह से उसे भयानक दर्द का सामना करना पड़ा। इस हादसे के बाद हथिनी एक नदी में खड़ी हो गई और असहनीय दर्द सहती रही। अपने आप में यह काफी दर्दनाक मामला है। इस दर्दनाक घटना को नीलांबर के सेक्शन फॉरेस्ट अधिकारी मोहन कृष्णन ने सोशल मीडिया पर पहले शेयर किया।