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European Parliamentary Delegation ने China की अल्पसंख्यक भाषाओं के दमन की निंदा की
Update: Thursday, May 10, 2018 @ 5:57 PM
मैक्लोडगंज। European Parliamentary Delegation ने Tibet के मामले पर धर्मगुरू दलाई लामा के Middle Way Approach का समर्थन व्यक्त करते हुए China की Minority Languages के दमन की निंदा की है।
Delegation ने कहा कि बुधवार का दिन हमारे लिए बहुत ही खास रहा,क्योंकि इस दिन हमें Dalai Lama से मिलने का अवसर मिला। तीन सदस्सीय यूरोपीय संसदीय प्रतिनिधिमंडल एमईपी थॉमस मान के नेतृत्व में इन दिनों मैक्लोडगंज आया हुआ है। आज पत्रकारों से बातचीत करते हुए थाॅमस मान ने कहा कि बीते कल Dalai Lama के साथ बात कीएऔर सीटीए के Middle Way Approach के लिए समर्थन व्यक्त किया जो Tibet के लिए वास्तविक स्वायत्तता चाहता है।

थाॅमस मान ने Tibetan Election प्रक्रिया की निष्पक्ष और लोकतांत्रिक व्यवस्था की भी प्रशंसा कीए जिसे उन्होंने Tibetan Election निरीक्षण मिशन के हिस्से के रूप में वर्ष 2016 में देखा था। उनका कहना है कि मैंने धर्मशाला का पांच या छह बार दौरा किया है।
पिछली बार जब मैं यहां आया था तो Tibetan लोगों की चुनाव प्रक्रिया का निरीक्षण करने के लिए आया था,यह निष्पक्ष और लोकतांत्रिक था। उन्होंने कहा कि मैं आशा करता हूं कि आपको जल्द ही वास्तविक स्वायत्तता का मौका मिलेगा। प्रनिधिमंडल में शामिल एमईपी कसाबा सोगोर ने कहा कि मैं एक पूर्व कम्युनिस्ट देश से आया हूं और मैं अल्पसंख्यकों की ओर चीन की नीतियों से परिचित हूं।