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कांगड़ा। पूर्व मंत्री जीएस बाली (Ex Minister GS Bali) ने कहा है कि ब्रिक्स परियोजना (BRICS Project) के तहत कई पेयजल योजनाओं के प्रोजक्टों के निर्माण के लिए कांगड़ा जिला की योजनाओं को लाया जा रहा था। अचानक सरकार ने कांगड़ा जिला को ब्रिक्स से बाहर कर यहां के लोगों के साथ कुठाराघात किया है।। मीडिया से बातचीत के दौरान उन्होंने कहा कि प्रदेश के सीएम यह कहना कि कांगड़ा वाले उनका साथ नहीं दे रहे है कहां तक सत्य है क्योकि धर्मशाला से तो जनता ने बीजेपी (BJP) का विधायक को चुन कर भेजा हैं।
बाली ने कहा कि प्रदेश के सबसे बड़े जिले के साथ पूरी तरह से अनदेखी हुई है विकास के कोई नए प्रोजेक्ट नहीं आए है। शीतकालीन प्रवास के दौरान कांग्रेस सरकार में शुरू की गई योजनाओं या प्रोजेक्टों के उद्घाटन हुए हैं। कांगड़ा हवाई अड्डे के विस्तारीकरण (Gaggal Airport Expansion) पर बाली ने कहा कि विकास के लिए हवाई अड्डा तो चाहिए परंतु यह देखना मौजूदा सरकार का काम है कि इस योजना को कैसे बनाया जाए ताकि कम से कम आम आदमी इससे प्रभावित हो।
प्रभावितों को उचित मुआवजा व उन्हें दूसरी जगह बसाना सरकार का काम है। बाली ने कहा कि जब कोई पीएम किसी प्राजेक्ट की आधार- शिला रखता है तो वह कार्य तीवेर गति से पूरा करवाया जाता है। परंतु यह अति दुर्भाग्यपूर्ण है कि सेंट्रल यूनिवर्सिटी की नीव पत्थर के बाद एक ईंट तक इतने समय मे नहीं लगी है। बाली ने कहा कि बेरोजगारी एक बहुत गंभीर मसला है परंतु सरकार उसपर ध्यान नहीं दे रही है। सीमेट के रेट रोज बढ़ रहे है। उन्होंने कहा कि सरकार की आर्थिक हालत इतनी खराब हो चुकी है कि वेतन देने के लिये हजारों करोड़ रूपये कर्ज लिया जा रहा है।
बाली ने कहा कि सरकार बताएं कि जो विद्युत प्राजेक्ट साइन हो रहे हैं, उसके तहत बिजली किस दाम पर सरकार उनसे खरीद रही है और दूसरे प्रदेशों को किन दामों में बेच रही है। उन्होंने कहा कि मटौर -ंशिमला व पठानकोट मंडी फोरलेन का निर्माण होना था। इस प्रोजक्ट को भी ठंडे बस्ते में डालकर इसे टू लेन करने की बात होने लगी है। केंद्रीय मंत्री नितिन गड़करी ने इसमें हस्तक्षेप करते फोरलेन बनने की बात की गई है। परंतु इतना समय बीतने पर अभी तक धरातल मे कुछ नहीं हुआ है।
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