-
Advertisement
चुनावी समय में हिमाचल में पकड़ी 16 करोड़ की शराब, 60 करोड़ की नगदी
शिमला/ ऊना। हिमाचल विधानसभा चुनावों (Himachal Vidhan sabha Election) के दौरान इस बार रिकॉर्ड शराब और नगदी पकड़ी। प्रदेश भर में आबकारी एवं कराधान विभाग (Excise & Taxation Department) के अलावा अन्य सुरक्षा एजेंसियों ने करीब 16 करोड़ की 8 लाख लीटर अवैध शराब और 60 करोड़ की नगदी पकड़ने में सफलता हासिल की है।
यह भी पढ़ें: बद्दी में मर्डर-पहले साथ बैठकर दोस्तों ने पी शराब
आबकारी विभाग के उड़नदस्तों ने प्रदेश भर में लगातार छापे मार कर अवैध शराब को पकड़ कर इसे चुनावों में बंटने से रोका। यह सारी कार्रवाई आबकारी विभाग के कमीश्नर आईएएस अधिकारी युनूस की अगुवाई में पूरे प्रदेश भर में की गई। इस दौरान टीमों ने कई जगह फ्रॉड हॉलोग्राम के मामले, बिना दस्तावेजों के रखी गई शराब और नकली ब्रांड भी बरामद किए। आबकारी विभाग की बड़ी कार्रवाई से प्रदेश के राजस्व (Revenue) में भी अच्छी खासी राशि जुटाई गई। आबकारी विभाग ने इस कार्रवाई से अवैध शराब का कारोबार करने वालों की कमर तोड़ दी।
यह भी पढ़ें: हिमाचल में मतदान के बाद आंकड़े जुटाने में लगे नेता, कार्यकर्ताओं से ले रहे फीडबैक
आबकारी विभाग के कमीश्नर आईएएस अधिकारी युनूस (IAS officer Yunus) ने बताया कि 2017 के चुनावों के मुकाबले में इस बार रिकार्ड अवैध शराब बरामद की गई। आबकारी विभाग ने इस बार 8 लाख लीटर शराब जब्त की। यदि इसे शराब की पेटियों में देखा जाए तो यह 89 हजार शराब की पेटियां तथा 10 लाख 68 हजार बोतलें बनती हैं। इसकी बाजार में कीमत 15 करोड़ 35 लाख रुपए से अधिक की है। चुनाव आयोग के पास पहुंचे आंकड़ों के मुताबिक एक्साइज विभाग ने चुनाव आचार संहिता के बाद 8057 रेड्स डाली और अवैध कारोबार के मामले में 19 एफआईआर (FIR) भी दर्ज की गई हैं। इसके अलावा आबकारी विभाग ने चुनाव आचार संहिता के दौरान ही 2 करोड़ रुपए से अधिक सोना-चांदी भी जब्त किया।
प्रदेश भर में 60 करोड़ की नगदी पकड़ी
इसी तरह से हिमाचल में विधानसभा चुनाव मतदान प्रक्रिया पूरी होने तक प्रदेश भर में लगभग 60 करोड़ रुपए की नकदी के साथ अन्य सामान जब्त किया गया। जबकि 2017 के विधानसभा चुनाव में महज 10 करोड़ रुपए का सामान और नकदी जब्त हुई थी। बता दें कि प्रदेश में 15 अक्टूबर से आचार संहिता लागू होने से लेकर मतदान प्रक्रिया तक यह कारवाई पुलिसए आयकरए राज्य कर एवं आबकारीए वन और उद्योग विभागों की प्रवर्तन एजेंसियों ने यह कार्रवाई की। इसी समय में लगभग 60 करोड़ रुपए नगद बरामद किए गए।