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First Hand : जयराम कैबिनेट का विस्तार, सुखराम चौधरी-राकेश पठानिया व राजेंद्र गर्ग को मिली झंडी
शिमला। कोविड-19 ( COVID-19)के प्रकोप के बीच अंततः लंबे इंतजार के बाद हिमाचल प्रदेश में जयराम कैबिनेट (Jairam Cabinet) का आज विस्तार हो गया है। कैबिनेट में पांवटा साहिब से सुखराम चौधरी, नूरपुर से राकेश पठानिया व घुमारवीं से राजेंद्र गर्ग को शामिल किया गया है। ये तीनों ही पहली मर्तबा कैबिनेट में शामिल किए गए हैं, इनमें राजेंद्र गर्ग तो विधायक भी पहली ही मर्तबा बने थे।
राजभवन में आयोजित हुए शपथ ग्रहण समारोह को सादे तौर पर आयोजित किया गया, कोविड-19 के चलते इसमें कुछ लोगों को ही आने का निमंत्रण था। तीनों को राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय ने शपथ दिलवाई। तीनों ने शपथ लेने के बाद सीएम जयराम ठाकुर का अभिवादन किया। याद रहे कि कैबिनेट में तीनों पद खाली चल रहे थे।
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Sukhram Chaudhary: सुख राम चौधरी का जन्म 15 अप्रैल, 1964 को गांव अमरगढ़ के पांवटा तहसील जिला सिरमौर में हुआ। वह वर्ष 2003 में हिमाचल प्रदेश विधान सभा में निर्वाचित हुए और दिसम्बर, 2007 को पुनः निर्वाचित हुए। वह 9 जुलाई, 2009 से दिसम्बर 2012 तक मुख्य संसदीय सचिव (सीएम के साथ कृषि एवं पशु पालन विभाग के लिए जुड़े)। दिसम्बर 2017 में तेरहवीं विधानसभा में पांवटा विधानसभा क्षेत्र से पुनः निर्वाचित हुए। वह कल्याण समिति के अध्यक्ष रहे।
Rakesh Pathania: राकेश पठानिया पुत्र कर्नल काहन सिंह का जन्म 15 नवम्बर, 1964 को गांव लदोड़ी जिला कांगड़ा में हुआ। इन्होंने वर्ष 1991 में अपने राजनीतिक जीवन की शुरुआत की और जिला कांगड़ा के बीजेपी किसान मोर्चा के अध्यक्ष रहे। वे मोर्चा के राज्य सचिव और बीजेपी राज्य कार्यकारिणी के सदस्य रहे। यह वर्ष 1998 में बीजेपी के उम्मीदवार के रूप में राज्य विधानसभा के लिए चुने गए और दिसंबर, 2007 में फिर से निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में चुने गए। वह वर्ष 1998-2003 तक पर्यटन विकास निगम के अध्यक्ष रहे।दिसंबर 2017 में तेरहवीं विधानसभा के लिए तीसरी बार फिर से राज्य विधानसभा के लिए निर्वाचित हुए। पठानिया लोक प्रशासन समिति के अध्यक्ष और लोक लेखा और नियम, पुस्तकालय तथा सुविधा समितियों के सदस्य रहे।
Rajendra Garg: राजिन्द्र गर्ग पुत्र बलदेव सिंह का जन्म 30 मई, 1966 को तंदोड़ा गांव, जिला बिलासपुर में हुआ। इनकी शिक्षा एमएससी (वनस्पति विज्ञान) 1990, जीवाजी विश्वविद्यालय ग्वालियर और हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय में से हुई। गर्ग ह 1982 में स्वयंसेवक बने और 1983 में एबीवीपी से जुड़े। 1986-87 तक एबीवीपी जिला बिलासपुर के संयोजक रहे। 1990-97 तक एबीवीपी के पूर्णकालिक संगठन सचिव (एमपी), 2000-06 तक एक समाचार पत्र में स्थानीय संवाददाता के रूप में कार्य किया। 2006-10 तक बीजेपी प्रशिक्षण प्रकोष्ठ के संयोजक, 2006-10 तक निदेशक हिमाचल प्रदेश राज्य शिक्षा बोर्ड, 2006-10 सदस्य एचपी तकनीकी शिक्षा बोर्ड, और 2009-11 तक बीजेपी राष्ट्रीय प्रशिक्षण सैल के सदस्य, और वह दिसंबर, 2017 में 13वीं विधानसभा के लिए निर्वाचित हुए।
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