- Advertisement -
नई दिल्ली। यूपीएसएसी (UPSC) की सिविल सेवा परीक्षा (Civil Service Aspirant) देने वालों के लिए राहत भरी खबर हैं। यह राहत भरी खबर उन अभ्यर्थियों (Candidates) के लिए है जो कोरोना के चलते अपने लास्ट अटेम्प्ट में यूपीएससी की परीक्षा (Exam) नहीं दे पाए थे। बताया जा रहा है कि सरकार की ओर से सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) में अवर सचिव स्तर के एक अधिकारी ने इस बाबत हलफनामा दायर किया है, जिसमें सरकार अंतिम प्रयास (Last Attempt) में एग्जाम ना देने वाले छात्रों को राहत देने के लिए तैयार है। बताया जा रहा है कि 3308 अभ्यर्थियों को इस फैसले से फायदा मिलेगा।
आपको बता दें कि कोरोना महामारी के कारण अक्तूबर 2020 में सिविल सेवा परीक्षा में ऐसे कई छात्रा परीक्षा नहीं दे पाए थे जिनका यह अंतिम प्रयास था। इसलिए सुप्रीम कोर्ट में ऐसे अभ्यर्थियों को यूपीएससी की सिविल सेवा परीक्षा में एक और मौका देने को लेकर याचिका दायर की गई है। इस याचिका में कहा गया है कि 2020 में कोरोना के कारण यूपीएससी की सिविल सेवा परीक्षा नहीं दे पाने वाले छात्रों को एक मौका दिया जाए।
इससे पहले सुप्रीम कोर्ट में 25 जनवरी को सुनवाई हुई थी, जिसमें सरकार की ओर से कहा गया था कि कोरोना के कारण 2020 के अंतिम प्रयास में परीक्षा में भाग नहीं ले पाने वाले छात्रों को यदि एक और मौका दिया जाता है तो इससे संपूर्ण परीक्षा प्रणाली प्रभावित होगी। सरकार की ओर से कही गई इस बात पर न्यायमूर्ति एएम खानविलकर की अध्यक्षता वाली पीठ ने नाराजगी जाहिर की थी। इस पीठ में न्यायमूर्ति बीआर गवई और न्यायमूर्ति कृष्ण मुरारी भी शामिल हैं। ऐसे में बताया जा रहा है कि अब सरकार ऐसे छात्रों को एक मौका देने के लिए तैयार है।
- Advertisement -