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Sirmaur में बुजुर्ग की लाश के पोस्टमार्टम के लिए भटकते रहे परिजन
Last Updated on August 25, 2020 by Deepak
राजगढ़। स्वास्थ्य विभाग (Health Department) की लचर व्यवस्था के चलते 70 वर्षीय बुजुर्ग सुखदास की लाश का पोस्टमार्टम (postmortem) ना होने पर परिजनों को सोमवार की रात राजगढ़ अस्पताल के बाहर गुजारनी पड़ी। मंगलवार प्रातः लाश को पोस्टमार्टम के लिए नाहन ले जाना पड़ा। सबसे अहम बात यह है कि प्रशासन ने बुजुर्ग की लाश के पोस्टमार्टम के लिए कोई प्रबंध नहीं किया गया था। परिजन बार-बार मांग करते रहे कि उन्हें किसी पर कोई शक नहीं है। लेकिन उनकी बात नहीं मानी गई। बुजुर्ग का पोस्टमार्टम राजगढ़ अस्पताल में किया जाए, ताकि उनका अंतिम संस्कार समय पर हो सके।
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बता दें कि नौहराधार के देवना गांव के 70 वर्षीय बुजुर्ग सुखदास 9 अगस्त से लापता थे। उनके परिजन कमलराज और रवि कुमार ने बताया कि 15 दिन से लगातार बुजुर्ग को चूड़धार में तलाश करते हुए सोमवार को उनका शव चूड़धार ट्रैक पर जमनाला के पास एक नाला में मिला। उन्होंने बताया कि करीब 6 किलोमीटर पैदल लाश उठाने के बाद जब नौहराधार पहूंचे तो प्रशासन द्वारा पोस्टमार्टम का कोई प्रबंध नहीं किया गया था। पुलिस शव को पोस्टमार्टम के लिए संगड़ाह ले जा रही थी, परंतु मुख्य चिकित्सा अधिकारी नाहन डॉ. केके पराशर के कहने पर राजगढ़ अस्पताल लाया गया, जहां पर अस्पताल (Hospital) प्रभारी डॉ. हितेंद्र गौतम ने पोस्टमार्टम करने ने मना कर दिया और लाश को नाहन ले जाने को कहा।
बुजुर्ग के परिजन कमलराज और रवि कुमार ने सहायक पुलिस निरीक्षक चेतन चौहान, उनकी टीम तथा स्थानीय लोगों का आभार व्यक्त किया है। उन्होंने कहा कि पुलिस की मुस्तैदी के कारण उनके पिता की लाश मिल पाई । इस बारे में मुख्य चिकित्सा अधिकारी नाहन डॉ. केके पराशर ने कहा कि 15 दिन पुरानी लाश का पोस्टमार्टम मेडिकल कॉलेज नाहन में फाॅरेसिंक विशेषज्ञों की टीम द्वारा ही किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि यदि डीसी अथवा एसपी सिरमौर लिखकर देते हैं तो उस स्थिति में लाश बिना पोस्टमार्टम के परिजनों को वापस दी सकती है ।
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