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Una: सड़क हादसे के शिकार युवक के परिजनों ने लगाई इंसाफ को गुहार, SP को सौंपा ज्ञापन
ऊना। सड़क हादसे (Road Accident) में अपने बेटे को खो चुके परिजन पुलिस की कार्यप्रणाली से खासे नाराज हैं। परिजनों का आरोप है कि जांच अधिकारी ने दोषियों को बचाने के लिए उनके मृतक बेटे के खिलाफ ही केस (Case) दर्ज कर डाला है। इतना ही नहीं इस मामले के संबंध में जानकारी मांगने पर जांच अधिकारी ने उनके साथ अभद्र व्यवहार तक कर डाला। जबकि हादसे के बाद चालक का मेडिकल तक नहीं करवाया गया। परिजनों और साथ आए ग्रामीणों ने शनिवार को हादसे की निष्पक्ष जांच की मांग करते हुए एसपी ऊना (SP Una) अर्जित सेन ठाकुर को एक ज्ञापन सौंपा।
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बता दें कि जिला मुख्यालय में ऊना-हमीरपुर रोड स्थित रीजनल अस्पताल के पास 9 सितंबर की शाम को बाइक और टिप्पर की टक्कर हो गई थी। जिसमें डंगोली गांव के युवक की मौत हो गई थी। जिसके बाद पुलिस ने मामला दर्ज कर आगामी जांच शुरू की थी, लेकिन मृतक के परिजन पुलिस जांच से संतुष्ट नहीं हैं। जिसके चलते शनिवार को मामले की निष्पक्ष जांच की मांग को लेकर डंगोली गांव के ग्रामीण और मृतक के परिजन एसपी से मिले। इस दौरान उन्होंने आरोप लगाया है कि हादसे के दौरान टिप्पर चालक शराब के नशे में धुत था, लेकिन जांच अधिकारी ने उसका मेडिकल नहीं कराया और उसे बचाने के चक्कर में उन्हीं के मृतक पुत्र के खिलाफ केस दर्ज कर डाला है। उन्होंने कहा कि हादसे का कारण टिप्पर का ओवरलोड होना भी रहा है। जबकि प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक टिप्पर उनके बेटे रविंद्र कुमार को घसीटते हुए काफी दूर तक ले गया था। इसके बाद रविंद्र की मौके पर ही मौत हो गई थी। प्रतिनिधिमंडल ने कहा कि मामले की जांच किसी अन्य जांच अधिकारी से निष्पक्ष तौर पर कराई जाए। वहीं, उनके साथ गलत व्यवहार करने वाले पुलिस विभाग के जांच अधिकारी और हेड कांस्टेबल के खिलाफ कड़ी कार्रवाई अमल में लाई जाए।