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किसानों के #RailRoko आंदोलन में देखिए जम्मू से लेकर बिहार तक कैसा चल रहा असर
Last Updated on February 18, 2021 by Sintu Kumar
नई दिल्ली। कृषि कानूनों (Agricultural Laws) के विरोध में किसान करीब तीन महीनों से प्रदर्शन पर डटे हुए हैं। आज किसान रेल रोको (Rail Roko) आंदोलन पर हैं। दरअसल किसान संगठनों ने कृषि कानूनों को वापस लेने के लिए 26 जनवरी को दिल्ली में ट्रैक्टर रैली की कॉल दी थी, लेकिन ट्रैक्टर रैली के दौरान दिल्ली में हिंसा (Delhi Violence) हो गई। इसके बाद किसान संगठन फिर से बैकफुट में आ गए थे। किसान संगठनों ने एकजुटता बढ़ाने के लिए देश भर में तीन घंटों के चक्का जाम का भी ऐलान किया। यह चक्का जाम दिल्ली, उत्तराखंड और उत्तर प्रदेश में नहीं हुआ था। हालांकि चक्का जाम (Chakka Jam) का हरियाणा और पंजाब (Haryana-Punjab) को छोड़ कर देश के अन्य राज्यों में कुछ खास असर देखने को नहीं मिला था। ऐसे में किसान संगठनों ने देश भर में रेल रोको (Rail Roko) आंदोलन का ऐलान किया है। इसके तहत दोपहर 12 बजे से लेकर शाम चार बजे तक जगह-जगह किसान संगठन रेल की पटरियों पर बैठ कर रेल रोक (Rail Roko Agitation) रहे हैं।
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कृषि कानूनों के विरोध में बुलाए गए किसानों के रेल रोको आंदोलन की शुरुआत हो चुकी है। इसी के चलत दोपहर 12 बजे से शाम चार बजे तक किसानों द्वारा रेल रोकी भी जा रही है। रेल रोको अभियान को देखते हुए पुलिस ने दिल्ली, यूपी और हरियाणा में कड़ी सुरक्षा के इंतजाम किए हैं। बिहार में भी जन अधिकार पार्टी (लोकतांत्रिक) भी रेल रोकने का काम कर रही है। इसके अलावा किसान यूनाइटेड-किसान मोर्चा के तत्वावधान में 4 घंटे राष्ट्रव्यापी रेल रोको आंदोलन के दौरान जम्मू के चन्नी हिमत क्षेत्र में रेलवे ट्रैक पर प्रदर्शन किया।
इसके अलावा हरियाणा के अंबाला शहर में सैकड़ों की संख्या में किसान रेल ट्रैक पर बैठ कर प्रदर्शन कर रहे हैं। साथ ही दिल्ली के आसपास भी किसानों ने रेल रोको आंदोलन के लिए ट्रैक पर कब्जा कर लिया है। जानकारी के अनुसार गाजीपुर बॉर्डर के पास मोदीनगर रेलवे स्टेशन पर भी रेल रोको आंदोलन के लिए किसानों का जमावड़ा लग चुका है। उत्तर प्रदेश के एडीजी लॉ एंड ऑर्डर प्रशांत कुमार का कहना है कि उत्तर प्रदेश में किसानों का आंदोलन अभी तक शांतिपूर्ण है। अभी तक ना तो किसी कानून-व्यवस्था की स्थिति की सूचना मिली है इसके साथ ही रेल रोको आंदोलन की भी सूचना नहीं दी गई है। हम इस बात को सुनिश्चित कर रहे हैं कि किसानों की आड़ में कोई भी असामाजिक तत्व प्रदर्शन को खराब ना करे।
फिरोजपुर मंडल के फगवाड़ा स्टेशन पर मालवा एक्सप्रेस तथा जालंधर कैंट स्टेशन पर सुपर एक्सप्रेस को रोक दिया गया है। इसके अलावा जम्मू से आने वाली मालवा एक्सप्रेस को पठानकोट कैंट स्टेशन पर और लुधियाना रेलवे स्टेशन पर पश्चिम एक्सप्रेस को भी रोक दिया गया है। साथ ही पंजाब में किसान मजदूर संघर्ष कमेटी रेल रोको आंदोलन के लिए अमृतसर में रेलवे ट्रैक पर विरोध प्रदर्शन कर रही है।