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सुन्नी प्रोजेक्ट: किसानों-मजदूरों ने कंपनी को घेरा, 8 मजदूरों की नौकरी वापस
लेखराज धरटा/शिमला। हिमाचल किसान सभा (Himachal Kisan Sabha) और सीटू (CITU) के बैनर तले सैंकड़ों किसानों-मजदूरों ने शुक्रवार को सुन्नी बांध हाइड्रो परियोजना (Sunni Hydro Project) की निर्माणकर्ता रित्विक कम्पनी कार्यालय को घेर लिया। दिनभर के धरना-प्रदर्शन के बाद कंपनी ने निकाले गए 8 मजदूरों की नौकरी बहाल (Job Revoked) कर दी। इस प्रोजेक्ट को लेकर किसान अपनी 13 और मजदूर 10 मांगों के समर्थन में आंदोलन कर रहे हैं। किसान सभा और सीटू ने मजदूरों (Laborer’s) की मांगें जल्द मानने, वरना आंदोलन करने की चेतावनी दी है। किसानों और मजदूरों ने सुबह से शाम तक रित्विक कम्पनी कार्यालय के बाहर डेरा जमाए रखा। आंदोलन गैरकानूनी तरीके से नौकरी से निकाले गए 8 मजदूरों की बहाली के उपरांत ही समाप्त हुआ।
नियम-कानूनों के उल्लंघन के आरोप
मजदूर संगठनों का कहना है कि इस प्रोजेक्ट से प्रभावित किसानों के अधिकारों व मजदूरों के श्रम कानूनों (Labor Laws) का खुलेआम उल्लंघन हो रहा है। किसानों को जमीन का उचित मुआवजा (Land Compensation) नहीं दिया गया है। जमीन के बदले जमीन नहीं दी गयी है। लुणसु में जनता के विरोध के बावजूद डंपिंग की जा रही है। डस्ट अलाउंस तक नहीं दिया जा रहा है। मजदूरों से 18 घंटे काम करवाने के बावजूद उन्हें न्यूनतम से कम वेतन दिया जा रहा है। उन्होंने चेताया है कि अगर ये मांगें शीघ्र पूर्ण न हुई तो आंदोलन तेज होगा।