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#FarmersProtest : मांगों पर अड़े किसान, कल से Railway Track जाम करने का ऐलान
Last Updated on December 10, 2020 by Vishal Rana
नई दिल्ली। दिल्ली की सीमाओं पर बैठे किसानों 15वें दिन भी अपनी मांगों पर अड़े रहे। केंद्र सरकार के साथ चली कई दौर की वार्ताओं के बेनतीजा रहने के बाद किसानों ने अपने आंदोलन को तेज करने का ऐलान कर दिया है। किसान (Farmers) तीनों कानूनों को रद्द करने से पहले अपना आंदोलन वापस लेने को तैयार नहीं हैं। वहीं कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने आज प्रेस कॉन्फ्रेंस कर सरकार का पक्ष सामने रखा और किसानों से आंदोलन खत्म करने की अपील की। किसानों ने अपना आंदोलन तेज करते हुए रेलवे ट्रैक (Railway Track) जाम करने का ऐलान किया है।
https://twitter.com/PunYaab/status/1336716239519956993
किसान नेता बूटा सिंह ने कहा कि हमने 10 तारीख का अल्टीमेटम दिया हुआ था कि अगर पीएम मोदी (PM Modi) ने हमारी बातों को नहीं सुना और कानूनों को रद्द नहीं किया तो सारे धरने रेलवे ट्रैक पर आ जाएंगे। आज की बैठक में ये फैसला हुआ कि अब रेलवे ट्रैक पर पूरे भारत के लोग जाएंगे। संयुक्त किसान मंच इसकी तारीख की जल्द घोषणा करेगा।
Farmer’s Rally & Protest #Korba #Chhattisgarh
Show up and support! #KissaanEkta #FarmersProtest #SupportFarmers pic.twitter.com/BnqaWjHHu2
— 𝑷𝒓𝒂𝒅𝒆𝒆𝒑 𝑺𝒊𝒏𝒈𝒉 (@ipsm_23) December 10, 2020
14 तारीख को पंजाब के सभी DC ऑफिसों के बाहर दिए जाएंगे धरने
बूटा सिंह ने कहा पंजाब में टोल प्लाजा, मॉल, रिलायंस के पंप, बीजेपी नेताओं के दफ्तर और घरों के आगे धरना अभी भी जारी है। इसके अलावा 14 तारीख को पंजाब के सभी DC ऑफिसों के बाहर धरने दिए जाएंगे।
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उन्होंने कहा कि बीजेपी नेताओं (BJP leaders) और हमारे मंत्रियों को कहना चाहूंगा कि एकजुट हो जाइए। प्रधानमंत्री कुछ और, गृहमंत्री कुछ और व कृषि मंत्री कुछ और बोल रहे हैं। विनती है कि हम एकजुट हैं और हमारी चुनी हुई सरकार को भी एकजुट होकर किसानों के पक्ष में फैसला लेना चाहिए। सिंघु बॉर्डर पर प्रदर्शन कर रहे किसानों का कहना है कि आजादी के बाद ये सबसे लंबा संघर्ष है। यह संघर्ष अब चरम पर पहुंच चुका है। सरकार नहीं मानी तो लड़ाई का तरीका बदल लेंगे, लेकिन कानून वापस करवा कर रहेंगे।