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किसानों का संसद कूच : कालिंदी कुंज बॉर्डर पर लगा भीषण जाम,भारी पुलिस फोर्स तैनात
Farmer Protest: नए कृषि कानूनों के तहत मुआवजे और लाभ की अपनी पांच प्रमुख मांगों को लेकर किसान संगठन विरोध मार्च निकाल रहे हैं। नोएडा से दिल्ली में संसद परिसर तक किसानों का विरोध मार्च होगा। किसानों के दिल्ली कूच का असर दिखने भी लगा है। कालिंदी कुंज बॉर्डर पर भीषण जाम लग गया है। वहीं, यमुना पुल पर हजारों गाड़ियों की लंबी कतार दिख रही है। डायवर्जन के वजह से दिल्ली जाने वाले रूट पर ट्रैफिक दबाव बढ़ा। इनके विरोध प्रदर्शन को देखते हुए पुलिस ने दिल्ली-एनसीआर (Delhi-NCR )में सुरक्षा उपाय बढ़ा दिए हैं और मार्गों को डायवर्ट किया है। विरोध मार्च ऐसे वक्त पर निकाला जा रहा है, जब संसद में इन दिनों शीतकालीन सत्र ( Winter session of Parliament)चल रहा है।
प्रदर्शनकारियों की क्या-क्या मांगें
किसान पुराने अधिग्रहण कानून के तहत 10 प्रतिशत भूखंडों के आवंटन और 64.7 प्रतिशत बढ़े हुए मुआवजे की मांग कर रहे हैं, जो बाजार दर के मुआवजे से चार गुना है। वे यह भी चाहते हैं कि भूमिहीन किसानों के बच्चों को रोजगार और पुनर्वास का लाभ दिया जाए, उच्चाधिकार समिति द्वारा पारित मुद्दों पर सरकारी आदेश और आबादी वाले क्षेत्रों का उचित निपटान किया जाए। प्रदर्शनकारी किसान भारतीय किसान परिषद और किसान मजदूर मोर्चा और संयुक्त किसान मोर्चा से जुड़े हुए हैं।
सुरक्षा उपाय बढ़ाए गए
विरोध मार्च के मद्देनजर दिल्ली पुलिस और गौतमबुद्ध नगर पुलिस ने किसानों को राष्ट्रीय राजधानी में मार्च करने से रोकने के लिए नोएडा-दिल्ली सीमा पर अवरोधक लगा दिए हैं। पुलिस वाहनों की गहन जांच करेगी और कुछ मार्गों को डायवर्ट किया है। लोगों को कुछ मार्गों पर संभावित ट्रैफिक जाम से बचने के लिए मेट्रो का इस्तेमाल करने की सलाह दी गई है। यमुना एक्सप्रेसवे से नोएडा-ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेसवे होते हुए दिल्ली जाने वाले मार्ग पर और ग्रेटर नोएडा में सिरसा से सूरजपुर होते हुए परी चौक पर सभी प्रकार के मालवाहक वाहनों के प्रवेश पर रोक लगा दी गई है।
पंकज शर्मा
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