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नई दिल्ली। पुलवामा हमले (Pulwama Attack) का खास गुस्सा किसानों में है। पहले टमाटर और अब किसानों ने पाकिस्तान को पान (Betel leaves) की सप्लाई भी रोक दी है। इससे पहले केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी (Nitin Gadkari) ने पाकिस्तान को पानी की सप्लाई रोकने की बात कही थी। ये खास किस्म के पान हर सप्ताह पाकिस्तान भेजे जाते थे, लेकिन अब पाकिस्तान पान खाने को भी तरस गया है।
मध्य प्रदेश के छतरपुर (Chattarpur) जिले में पान उगाने वाले किसानों (Farmers) ने स्वेच्छा से पाकिस्तान (Pakistan) को पान की सप्लाई नहीं करने का फैसला किया है। जिले के गढ़ीमलहरा, महाराजपुर, पिपट, पनागर और महोबा जिले में पान की अच्छी-खासी पैदावार होती है। यहां से पान पाकिस्तान, श्रीलंका आदि देशों में भी भेजा जाता है। छतरपुर का पान मेरठ और शहारंगपुर से पाकिस्तान भेजा जाता है। हर सप्ताह तीन दिन पान के 45 से 50 बंडल पाकिस्तान भेजे जाते हैं। पान के एक बंडल की कीमत 30 हजार रुपये है।
नुकसान होगा तो भी चिंता नहीं
ऐसे में पान किसानों का अनुमानित 13 से 15 लाख रुपये का नुकसान होगा। लेकिन किसानों का कहना है कि नफा-नुकसान की कोई चिंता नहीं है। भारत सरकार जब पानी न देने जैसा बड़ा फैसला ले सकती है तो हम अपने भारत देश की खातिर इतना तो कर ही सकते हैं।
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