Home » हिमाचल » खेती की मशीनों को किराये पर ले सकेंगे Himachal के किसान
खेती की मशीनों को किराये पर ले सकेंगे Himachal के किसान
Update: Tuesday, May 8, 2018 @ 1:08 PM
धर्मशाला। हिमाचल के वे किसान, जो खेती करने के लिए आधुनिक कृषि यंत्रों को खरीद पाने में सक्षम नहीं हैं, उनके लिए किराये पर किसान ट्रेक्टर, पॉवर टिलर इत्यादि मशीनें उपलब्ध कराई जाएंगी। 
य
ह बात सोमवार को CM जयराम ठाकुर ने यहां कृषि विभाग द्वारा ‘फसल विविधता के अवसर एवं चुनौतियां’ विषय पर आयोजित दो दिवसीय राष्ट्रीय कार्यशाला का शुभारंभ करते हुए कही। CM ने कहा कि प्रदेश में शून्य लागत वाली प्राकृतिक कृषि को मिशन के रूप में प्रोत्साहित करने के लिए ‘प्राकृतिक खेती, खुशहाल किसान’ योजना शुरू की गई है। खेती के लिए मशीनों का उपयोग आवश्यक है, लेकिन कई किसान ट्रेक्टर, पॉवर टिलर इत्यादि मशीनों को खरीदने में असमर्थ हैं। उनके लिए ‘कस्टम हायरिंग सेंटर्स’ का प्रस्ताव रखा है, जहां किसान इन मशीनों को किराए पर ले सकेंगे। उन्होंने कहा कि ये सभी प्रोत्साहन 2022 तक किसानों की खेती से आय को दोगुना करने के टारगेट को हासिल करने के लिए हैं।
एचपीसीडीपी के लिए जापान से मिला लोन
CM ने कहा कि राज्य में किसानों की खेती से आय को बढ़ाने के लिए हिमाचल प्रदेश फसल विविधता प्रोत्साहन परियोजना (एचपीसीडीपी) कार्यान्वित की गई है। उन्होंने इस परियोजना के सफल कार्यान्वयन के लिए राज्य सरकार की ओर से हर सम्भव तर्कसंगत सहायता प्रदान करने का आश्वासन दिया। CM ने इस अवसर पर जीका के विभिन्न प्रकाशनों का भी विमोचन किया।
4000 हेक्टेयर से अधिक क्षेत्र में होगी सिंचाई
कार्यशाला को संबोधित करते हुए कृषि मंत्री डा. राम लाल मार्कंडेय कहा कि जीका-ओडीए परियोजना हिमाचल प्रदेश जैसे पहाड़ी राज्य के लिए पूरी तरह से उपयुक्त है, क्योंकि प्रदेश की भौगोलिक परिस्थितियों के कारण यहां फसल विविधता के लिए सिंचाई सुविधा प्रदान करना एक बड़ी चुनौती है। इस मौके पर खाद्य व नागरिक आपूर्ति मंत्री किशन कपूर, शहरी विकास मंत्री सरवीण चौधरी, स्वास्थ्य मंत्री विपिन सिंह परमार, उद्योग मंत्री बिक्रम सिंह ठाकुर, विधायक रवि धीमान व होशियार सिंह भी उपस्थित थे।