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सूचना छिपाने पर तब्लीगी जमात के छह लोगों के खिलाफ FIR
शिमला। डीजीपी एसआर मरडी (DGP SR Mardi) ने कहा है कि हिमाचल प्रदेश में निजामुद्दीन मरकज जमात (Nizamuddin Markaz Jamaat) में शामिल हो कर लौटने वालों में से छह लोगों के खिलाफ सूचना छिपाने के आरोप में 6 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है। इन में बद्दी शिमला , कांगड़ा व बिलासपुर में एक-एक व ऊना में दो लोगों के खिलाफ एफआईआर डिजास्टर मैनेजमेंट एक्ट के तहत दर्ज की गई है। मरडी ने कहा कि निजामुद्दीन की तबलीग में शामिल होकर हिमाचल लौटे 204 लोगों को अभी तक पहचान कर क्वारंटाइन किया गया है। डीजीपी ने कहा कि ऊना के नकड़ोह में जो लोग इस जमात के थे, वे 21 मार्च को वापस लौटे थे। ऊना से मामले सामने आने का बाद प्रदेश में सतर्कता बड़ा दी है। सभी से अनुरोध है कि झूठ न बोले और न ही अपने बारे में जानकारी छिपाएं। उन्होंने कहा कि अभी तक लॉकडॉउन के दौरान सभी लोगों ने संयम का पालन किया है।
एसआर मरडी ने कहा कि 11 और लोगों के खिलाफ मामले दर्ज कर किए गए हैं। इन सभी को कर्फ्यू के बीच में नियमों का उल्लंघन करने के जुर्म में गिरफ्तार किया गया है। उन्होंने कहा कि मरकज जमात में गए सभी लोगों की तलाश के लिए एक बड़ा अभियान हिमाचल प्रदेश में चलाया जा रहा है और इसके लिए पुलिस विभाग इलेक्ट्रॉनिक सर्विलांस की मदद भी ले रहा है और मोबाइल ट्रैकिंग सिस्टम के माध्यम से सभी की लोकेशन को ट्रैक किया जा रहा है। डीजीपी में मुस्लिम समुदाय के सभी लोगों से अपील की है कि जो भी व्यक्ति दिल्ली में निजामुद्दीन की मरकज में शामिल होकर हिमाचल प्रदेश लौटे हैं, वे ईमानदारी से प्रशासन को अपनी जानकारी उपलब्ध करवाएं ताकि प्रशासन उनको सभी तरह की स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध करवा सकें जो कोविड 19 नियम और डिजास्टर मैनेजमेंट नियमों के प्रावधान के अंतर्गत जरूरी है। हिमाचल प्रदेश पुलिस प्रमुख ने सभी से अपील की कि मुस्लिम समुदाय के लोग अपने ही घरों में नमाज अदा करें और घरों मस्जिदों में रहकर पूरी तरह से सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों का पालन करें।