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क्वारंटाइन का उल्लंघन करने पर परिवार के सदस्यों के खिलाफ भी हो सकती है FIR
धर्मशाला। लॉकडाउन (Lockdown) के दौरान बाहरी राज्य में फंसे लोगों को सरकार के दिशा-निर्देश पर कांगड़ा जिला में वापसी की अनुमति दी गई है, लेकिन इन लोगों को 28 दिनों तक अपने घरों में रहने तथा सामाजिक दूरी की पूरी अनुपालना सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए हैं। इन निर्देशों की अवहेलना करने वालों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करवाने का प्रावधान भी किया गया है। डीसी कांगड़ा राकेश प्रजापति ने कहा कि यदि कोई व्यक्ति जिला कांगड़ा के बाहर कहीं से भी आया है तो वह 28 दिन तक होम क्वारंटाइन में ही रहेगा। ऐसे व्यक्ति को घर के अंदर ही रखने एवं बाहर जाने से रोकने के लिए उसके साथ रह रहे परिवार के व्यस्क सदस्य भी कानूनी रूप से बाध्य होंगे। यदि ऐसा कोई व्यक्ति जो होम क्वारंटाइन में है घर के बाहर दिखाई देता है तो उसके घर में रह रहे अन्य व्यस्क परिवार के सदस्यों के विरुद्ध भी एफआईआर (FIR) की जा सकती है।
डीसी कांगड़ा राकेश प्रजापति ने कहा कि आज कांगड़ा जिला के कोरोना के 36 सेंपल की रिपोर्ट नेगेटिव आई है। इसमें आइसोलेशन सेंटर (Isolation Center) में रखे दो नागरिकों के सैंपल की रिपोर्ट दूसरी बार भी नेगेटिव आई है। डीसी राकेश प्रजापति ने कहा कि कोरोना संक्रमण से बचने के लिए सभी नागरिकों को घरों में ही रहने की सलाह दी गई है तथा जरूरी हो तभी घरों से बाहर निकलें और सामाजिक दूरी का पालन करें, घर में बुजुर्गों विशेषकर बीमारों का ध्यान रखें अपनी इम्यूनिटी बढ़ाने के लिए आयुष मंत्रालय के निर्देश मानें संक्रमण रोकने के लिए आरोग्य सेतु (Arogya Setu) मोबाइल ऐप डाउनलोड करें इसके साथ ही कोरोना योद्वाओं डॉक्टरों व पुलिस कर्मियों सभी का सम्मान करें। उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस के संक्रमण से बचने के लिए अभी तक कोई दवाई नहीं बनी है तथा लोगों को स्वयं ही अपनी सुरक्षा सुनिश्चित करनी होगी।
बाहरी राज्यों से आए नागरिकों के लिए जाएंगे रैंडम सैंपल
डीसी राकेश प्रजापति ने कहा कि बाहरी राज्यों से आए नागरिकों के कोविड-19 (Covid-19) के लिए रैंडम सैंपल भी लिए जाएंगे। इसके लिए स्वास्थ्य विभाग को दिशा निर्देश दिए गए हैं। उन्होंने कहा कि बाहरी या अन्य राज्यों से आए लोगों को होम क्वारंटाइन में रहना होगा तथा इसकी नियमित तौर पर निगरानी भी सुनिश्चित की जा रही है, पंचायत स्तर से प्रतिदिन की रिपोर्ट भी जिला कंट्रोल में प्रेषित करने के दिशा निर्देश दिए गए हैं।
दवाइयों की होम डिलीवरी हो रही सुनिश्चित
जिला कांगड़ा में वरिष्ठ नागरिकों तथा रोगियों को आवश्यक दवाइयों की होम डिलीवरी की व्यवस्था भी की गई है। इस बाबत विभिन्न दवाइयों के दुकानों के मालिकों के नंबर भी सार्वजनिक किए गए हैं। इसके अलावा मुख्यमंत्री हेल्पलाइन और जिला हेल्पलाइन के माध्यम से भी रोगियों को आवश्यक दवाइयों की आपूर्ति सुनिश्चित की जा रही है, ताकि वरिष्ठ नागरिकों तथा रोगियों को समय पर दवाइयां उपलब्ध हो सकें और घर से भी बाहर नहीं निकलना पड़े। उपायुक्त ने कहा कि आपातकालीन स्वास्थ्य सेवाओं के लिए किसी भी कर्फ्यू पास की आवश्यकता नहीं है, जो दवाएं जिले में उपलब्ध नहीं थी, उन्हें पठानकोट और चंडीगढ़ से मंगवाया गया था। हिमाचल प्रदेश राज्य के बाहर सरकार द्वारा वित्त पोषित योजनाओं के माध्यम से दवाएं लेने वाले मरीजों को आवश्यक दवाएं उपलब्ध करवाईं गईं हैं।
डीसी राकेश प्रजापति ने बताया कि 30 अप्रैल को कांगड़ा जिला में 05 गाड़ियां ब्रेड की, 288 सब्जियों के वाहन, दूध के 166 वाहन तथा 29 गाड़ियां रसोई गैस की, अनाज की 120 गाड़ियों तथा मेडिसन की 44 वाहनों के माध्यम से आपूर्ति की गई है। उन्होंने कहा कि खाद्य निगम के गोदामों में राशन का आवश्यक स्टाक उपलब्ध है अतः किसी भी उपभोक्ता को दैनिक आवश्यकता की वस्तुओं की खरीद के लिए हड़बड़ी करने की जरूरत नहीं है तथा किसी भी स्तर पर घरों में राशन का भंडारण भी नहीं किया जाए।