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इतिहास में पहली बार Indian Railways की 100% ट्रेनें समय पर गंतव्य पर पहुंची
Last Updated on July 2, 2020 by Deepak
नई दिल्ली। देश में जारी कोरोना वायरस (Coronavirus) के कहर के बीच लगातार सेवा में जुटी हुई रेलवे ने इस अवधि में इतिहास रच दिया है। दरअसल भारतीय रेलवे (Indian Railway) के इतिहास में पहली बार 1 जुलाई को परिचालन कर रही उसकी सभी ट्रेनें अपने गंतव्यों पर समय से पहुंची। रेल मंत्रालय ने बताया, ‘इससे पहले का सबसे अच्छा रिकॉर्ड 99.54% था जो 23 जून 2020 को बना था।’इससे पहले 2017-18 में मात्र 70 फीसदी ट्रेनें ही समय पर स्टेशन पहुंचीं। 2016-17 में यह आंकड़ा 76.69 फीसदी रहा था जबकि 2015-16 में 77.44 फीसदी था।
23 जून को 99.54 प्रतिशत समयबद्धता का रिकॉर्ड बनाया था
First time in the history, Indian Railways has acheived 100% Punctuality of trains on 01.07.2020
Previous best was 99.54% on 23/6/20 with only one train getting delayed. pic.twitter.com/NeFyGWlve7
— Ministry of Railways (@RailMinIndia) July 2, 2020
कोरोना वायरस संकट के बीच भारतीय रेलवे अपनी ट्रेनों की समयबद्धता को सुनिश्चित करने पर विशेष ध्यान दे रही है। इससे पहले 23 जून को 99.54 प्रतिशत समयबद्धता को हासिल किया गया था, उस समय मात्र एक ट्रेन में देरी हुई थी। इससे पहले 22 जून को इस मामले में 98 प्रतिशत हासिल किया गया था। इसके बाद जून महीने की शुरुआत में रेलवे बोर्ड के अध्यक्ष वीके यादव ने सभी जोन प्रमुख को इन स्पेशल 230 ट्रेनों के संचालन में 100 प्रतिशत समय की पाबंदी सुनिश्चित करने के निर्देश दिए थे। इन स्पेशल ट्रेनों के भी देरी से चलने को लेकर बहुत आलोचना हुई थी जिसके बाद रेलवे ने यह कदम उठाया था। आमतौर पर रोज 13000 गाड़ियां चलती है जबकि इस समय इसके 2 प्रतिशत से भी कम (मात्र 230 ) ट्रेन चलाई जा रही है और वो भी समय पर नहीं चल रही थी।
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151 मॉडर्न पैसेंजर ट्रेनों के परिचालन के लिए निजी कंपनियों से मांगे आवेदन
रेलवे द्वारा हासिल की गई इस उपलब्धि के बारे में कहा जा रहा है कि रेलवे द्वारा निजी कंपनियों को यात्री ट्रेनें चलाने की अनुमति देने के बाद यह उपलब्धि मिली है। रेलवे ने 109 रूटों पर 151 मॉडर्न पैसेंजर ट्रेनों के परिचालन के लिए निजी कंपनियों से आवेदन मंगाए हैं। इस फैसले को लेकर रेल मंत्री पीयूष गोयल ने कहा, ‘इससे लोगों को रोज़गार मिलेगा, यात्रा समय में कटौती होगी और यात्रियों को बढ़िया सुरक्षा व विश्व स्तरीय सुविधाएं भी मिलेंगी।’ फिलहाल, आईआरसीटीसी तीन ‘निजी’ ट्रेनों का संचालन कर रही है।