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विदेश मंत्री जयशंकर ने US पर कसा तंज़; बोले- भारत के साथ रिश्तों की दिशा तय करने में लगा दिए छह दशक
Last Updated on July 11, 2020 by Deepak
नई दिल्ली। भारत-चीन सीमा पर जारी तनाव को कम करने के प्रयासों के बीच विदेश मंत्री एस जयशंकर ने इंडिया ग्लोबल वीक में एक वीडियो संवाद सत्र में भारत के साथ रणनीतिक साझेदारी करने में छह दशक लगा देने को लेकर अमेरिका पर जबर्दस्त तंज कसा है। उन्होंने कहा कि अमेरिका ने अब भारत की कीमत समझी है, उम्मीद है कि अब अमेरिका को अपने गुना-गणित के हिसाब से भी भारत की दोस्ती ठीक लग रही होगी। इसके अलावा उन्होंने कई अन्य देशों संग भारत के बेहतरीन संबंधों का भी जिक्र किया। अमेरिका के सवाल पर विदेश मंत्री ने कहा कि पिछले चार राष्ट्रपतियों ने भारत के साथ रिश्ते मजबूत करने पर बल दिया और इसी का नतीजा है कि आज दोनों देशों के संबंध बेहद मजबूत हैं।
Spoke on India’s Role in Shaping a Better New World at #IGW2020 @IndiaIncorp. Thank @edielush for the conversation.#BeTheRevivalhttps://t.co/QwaqD5f1Pz
— Dr. S. Jaishankar (@DrSJaishankar) July 11, 2020
चीन के साथ तनाव कम करने के मसले पर कही ये बात
जयशंकर ने कहा, ‘यूएस के कम से कम चार राष्ट्रपति- बराक ओबामा, जॉर्ज बुश, डोनाल्ड ट्रंप और बिल क्लिंटन, सभी इस बात पर सहमत थे कि भारत के साथ संबंध मजबूत किए जाएं जबकि कोई भी चार व्यक्ति एक जैसा नहीं हो सकते।’ वहीं चीन के साथ तनाव कम करने के मसले पर उन्होंने कहा कि दोनों देशों के बीच सैनिकों के पीछे हटने तथा तनाव कम करने की प्रक्रिया को लेकर सहमति बनी है और काम काफी हद तक प्रगति पर है। एस जयशंकर ने आगे कहा कि हमने सैनिकों के पीछे हटने की जरूरत पर सहमति जताई है क्योंकि दोनों पक्षों के सैनिक एक दूसरे के बहुत करीब तैनात हैं। इसलिए पीछे हटने और तनाव कम करने की प्रक्रिया पर सहमति बनी है। उन्होंने कहा, ‘यह अभी शुरू हुई है। काम काफी हद तक प्रगति पर है। इस समय मैं इससे ज्यादा कुछ नहीं कहना चाहूंगा।’
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दुनिया के कई देशों से भारत के रिश्तों पर टिप्पणी की
वहीं ब्रेक्जिट को लेकर उन्होंने कहा कि ‘भारत मल्टीपल UKs- यूरोपियन UK, ट्रांसअटलांटिक UK, हिस्टॉरिकल UK, डायस्पोरा UK, सिटी ऑफ लंदन UK और इनोवेटिव UK समेत पूरे स्पेक्ट्रम को ध्यान में रखेगा। भारत-ऑस्ट्रेलिया के बेहतर होते सबंधों के पीछे उन्होंने मजबूत सांगठनिक और नीतिगत बदलावों को वजह बताया। सिंगापुर को भारत के लिए दुनिया की नब्ज करार देते हुए विदेश मंत्री ने उसके साथ अनूठे संबंधों को रेखांकित किया। जयशंकर ने कहा कि ‘कोरोना वायरस से पहले दुनिया ने जो ट्रेंड देखे, वे कोविड के बाद की दुनिया में और तेजी से बढ़ सकते हैं। यहां तक कि कोरोना के जवाब में ही, हमने पिछले छह महीनों में देख लिया कि कई देश अब राष्ट्रवादी व्यवहार कर रहे हैं।’ उन्होंने कहा, ‘मैं एक ऐसी दुनिया देखता हूं जहां तीखे वाद-विवाद होंगे। मुझे लगता है कि भरोसे की बात होगी। बेहतरीन सप्लाई चेन पर सवाल होंगे। दुनिया और मुश्किल होने वाली है।’