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Kewal Singh Pathania : शाहपुर। धर्मशाला को प्रदेश की दूसरी राजधानी बनाने पर बीजेपी नेताओं को सीएम वीरभद्र सिंह तथा कांग्रेस का आभार जताना चाहिए, परन्तु इसके विपरीत सरकार की इस घोषणा पर भाजपाई विरोध पर उतारू हैं । यह शब्द वन निगम के उपाध्यक्ष केवल सिंह पठानिया ने कहे। उन्होंने कहा कि स्वयं तो सीएम रहते हुए प्रेम कुमार धूमल कांगड़ा के लिए कुछ कर नहीं पाए, परन्तु जब वीरभद्र सिंह कांगड़ा की जनता के हितों के लिए काम करते हैं तो वह भी धूमल और अन्य बीजेपी नेताओं को रास नहीं आता।
पठानिया ने कहा कि धर्मशाला को दूसरी राजधानी का दर्जा मिलने से कांगड़ा व चंबा के साथ-साथ मंडी, हमीरपुर तथा ऊना जिला के इलाका के लोगों को भी सीधा लाभ पहुंचेगा, परन्तु बीजेपी नेताओं के देखने का नजरिया ही अलग है । इन्होंने कहा कि कांग्रेस सरकार की प्रत्येक घोषणा व नीती का विरोध करना बीजेपी की आदत बन गया है । पठानिया ने कहा कि यह वहीं भाजपाई है जो वीरभद्र सिंह पर क्षेत्रवाद का आरोप तो लगाते हैं परन्तु जब कांगड़ा-चंबा-हमीरपुर व ऊना आदि जिलों में नए कार्यालय खोलने के साथ विकास के लिए करोड़ों रुपये स्वीकृत किए जाते हैं तो वह भी भाजपाइयों को हजम नहीं होता। उन्होंने कहा कि कांग्रेस समान विकास में विश्वास रखते है परन्तु बीजेपी नेता हमेशा हिमाचल के विकास में रोड़े अटकाने का काम करते हैं।
पठानिया ने कहा कि जब हिमाचल को पूर्ण राज्य का दर्जा मिलना था तब भी बीजेपी के नेताओं ने हिमाचल को पूर्ण राज्य का दर्जा दिए जाने का विरोध किया था, जिससे पता चलता है कि बीजेपी हिमाचल की जनता की कितनी हितैषी है। उन्होंने कहा कि सीएम वीरभद्र सिंह ने हिमाचल प्रदेश के हर वर्ग का ख्याल रखा और हिमाचल को खुशहाली की और बढ़ाया। तभी हिमाचल की जनता ने वीरभद्र सिंह को छह बार सीएम बनाया तथा अब सातवीं बार भी हिमाचल की जनता वीरभद्र सिंह को ही प्रदेश की बागडोर सौपेंगी।
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