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सुनो ! सुक्खू सरकार से संकट टला है, खत्म नहीं हुआ- देखें वीडियो
शिमला। प्रदेश सरकार की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रहीं हैं। सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू (CM Sukhvindar Singh Sukhu) ने भले ही रणनीतिक रूप से तीन उपचुनावों (By-elections) को टालने में सफलता पाई हो लेकिन अब पूर्व सीएम (JairamThakur) का बयान उनकी मुश्किलें बढ़ा सकता है। नेता प्रतिपक्ष और पूर्व सीएम जयराम ठाकुर ने शिमला में एक प्रेस वार्ता (Press Confreence) की जिसमें उन्होंने कांग्रेस सरकार (HP Congress Govt) गिराने का दावा किया। जयराम ठाकुर ने दावा किया है कि थोड़ा समय लगेगा लेकिन हिमाचल में कांग्रेस की सरकार गिरना तय है। क्योंकि अभी सीपीएस (CPS) मामले पर भी हाई कोर्ट (High Court) से फैसला आना है जैसे ही यह फैसला आएगा हिमाचल में सरकार गिरेगी और सुक्खू सरकार संकट में आएगी।
सीपीएस पर फैंसले से बदलेंगे समीकरण
पूर्व सीएम ने शिमला में पत्रकार वार्ता के दौरान कहा कि ‘कांग्रेस लोकसभा चुनाव में हार के बाद सरकार बचने का जश्न मना रही है जबकि विकास की तरफ़ कोई ध्यान नहीं है। सीएम केवल कुर्सी बचाने में लगे हैं। निर्दलीय विधायकों के त्यागपत्र समय पर स्वीकार नहीं किए। कांग्रेस को सरकार गिरने का डर सता रहा था इसलिए परिणाम से एक दिन पहले विधान सभा अध्यक्ष ने इस्तीफ़े स्वीकार किए। अगर विधान सभा अध्यक्ष पहले ही इस्तीफ़े स्वीकार करते तो उपचुनाव के 30 करोड़ बच सकते थे। लोकसभा चुनाव के परिणाम के बाद भाजपा ने हिमाचल में सरकार बनाने का दावा किया था जिसमें थोड़ा समय लगेगा लेकिन सरकार का गिरना तय है। सीपीएस का फैसला भी हाई कोर्ट ने सुरक्षित रखा है ऐसे में फैंसला आते ही सरकार संकट में आएगी।
नैतिकता के आधार पर इस्तीफ़ा दें सीएम
हिमाचल प्रदेश में लोकसभा (Loksabhga Elections) की चारों सीटों पर तीसरी बार बीजेपी (BJP) की प्रचंड जीत हुई है। जबकि, कांग्रेस पार्टी को 68 विधानसभा क्षेत्र में से 61 में हार मिली है। बीजेपी (BJP) की जीत पर प्रदेश की जनता का आभार प्रकट करते हुए शिमला में पत्रकार वार्ता कर नेता विपक्ष जयराम ठाकुर (Jairam Thakur) ने हिमाचल की सरकार पर निशाना साधते हुए कहा है कि सीएम सुक्खू को पार्टी हाई कमान के एक्शन से पहले ही नैतिकता के आधार पर इस्तीफ़ा दे देना चाहिए। सीएम अपने नादौन विधान सभा क्षेत्र में भी हारे हैं और भाजपा को 2143 की लीड नादौन से मिली है। डिप्टी सीएम को छोड़कर 10 मंत्री भी अपने विधान सभा में कांग्रेस को लीड नहीं दिला पाए।
कांगड़ा में सबसे बड़ी जीत
जयराम ठाकुर ने कहा कि हिमाचल प्रदेश के लोगों ने एक बार फिर से पीएम मोदी में भरोसा जताया और चारों सीट पर जीत दिलाई। 2014,2019 और अब 2024 में भाजपा ने फिर से जीत दर्ज की है। 56.29 मत प्रतिशत बीजेपी को लोकसभा चुनाव में हिमाचल में भाजपा को मिले हैं। कांगड़ा में सबसे बड़ी जीत हुई है जबकि इस सीट पर कांग्रेस के बड़े नेता आनंद शर्मा बुरी तरह से हारे हैं। 53 फ़ीसदी वोट हासिल कर कंगना रनौत ने मंडी संसदीय क्षेत्र से जीत दर्ज की है। हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस सरकार जनादेश खो चुकी है।