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गोवा की पूर्व राज्यपाल #Mridula_Sinha नहीं रहीं, #PM_Modi – अमित शाह ने जताया शोक
Last Updated on November 18, 2020 by
नई दिल्ली। गोवा की पूर्व राज्यपाल और प्रतिष्ठित साहित्यकार मृदुला सिन्हा (Mridula Sinha) का आज निधन हो गया। मृदुला सिन्हा 77 साल की थीं। पीएम नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह ने मृदुला सिन्हा के निधन पर शोक व्यक्त किया है। पीएम मोदी (#PM_Modi ) ने ट्वीट कर कहा कि मृदुला सिन्हा जी को जनता की सेवा के लिए उनके प्रयासों के लिए याद किया जाएगा। वह एक कुशल लेखिका भी थीं, जिन्होंने साहित्य के साथ-साथ संस्कृति की दुनिया में भी व्यापक योगदान दिया। उनके निधन से दुखी हूं। उनके परिवार और प्रशंसकों के प्रति संवेदना। ओम शांति।
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Smt. Mridula Sinha Ji will be remembered for her efforts towards public service. She was also a proficient writer, making extensive contributions to the world of literature as well as culture. Anguished by her demise. Condolences to her family and admirers. Om Shanti. pic.twitter.com/EmYWcFEb5g
— Narendra Modi (@narendramodi) November 18, 2020
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह (Amit Shah) ने कहा कि गोवा की पूर्व राज्यपाल और वरिष्ठ भाजपा नेता मृदुला सिन्हा जी का निधन बहुत दुःखद है। उन्होंने जीवन पर्यन्त राष्ट्र, समाज और संगठन के लिए काम किया। वह एक निपुण लेखिका भी थी, जिन्हें उनके लेखन के लिए भी सदैव याद किया जाएगा। उनके परिजनों के प्रति संवेदना व्यक्त करता हूँ। ॐ शान्ति। इनके अलावा भी कई बीजेपी नेताओं ने मृदुला सिन्हा के निधन पर शोक जताया है।
गोवा की पूर्व राज्यपाल व वरिष्ठ भाजपा नेता मृदुला सिन्हा जी का निधन बहुत दुःखद है। उन्होंने जीवन पर्यन्त राष्ट्र, समाज और संगठन के लिए काम किया। वह एक निपुण लेखिका भी थी, जिन्हें उनके लेखन के लिए भी सदैव याद किया जाएगा। उनके परिजनों के प्रति संवेदना व्यक्त करता हूँ। ॐ शान्ति
— Amit Shah (@AmitShah) November 18, 2020
गोवा की पहली महिला राज्यपाल थीं मृदुला सिन्हा
बिहार (Bihar) के मुजफ्फरनगर के छपरा गांव में 27 नवंबर, 1942 को जन्मीं मृदुला सिन्हा गोवा की पहली महिला राज्यपाल थीं। राजनीति के अलावा साहित्य की दुनिया में भी सिन्हा का नाम काफी ऊंचा था। वह काफी मशहूर हिंदी लेखिका थीं। उनके लेख हमेशा राष्ट्रीय अखबारों में छपते रहे हैं। उन्होंने अपने जीवन में 46 से ज्यादा किताबें लिखीं हैं। इतना ही नहीं सिन्हा राजमाता विजयराजे सिंधिया की जीवनी भी सिन्हा ने लिखी थी। राजनीतिक जीवन की बात करें तो बीजेपी की वरिष्ठ नेता सिन्हा भाजपा की महिला मोर्चा की अध्यक्ष रह चुकी हैं। उन्होंने मानव संसाधन विकास मंत्रालय के सेंट्र सोशल वेलफेयर बोर्ड (CSWB) की चेयरपर्सन का पद भी संभाला था। इसके अलावा वे जय प्रकाश नारायण के ‘समग्र कांति’ का भी हिस्सा रहीं। सिन्हा के पति डॉक्टर राम कृपाल सिन्हा एक कॉलेज में लेक्चरर थे, जो बाद में बिहार सरकार में कैबिनेट मंत्री भी रहे।